MLC Election : सपा प्रत्याक्षी की जीत से बोखलाए भाजपा, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

झांसी : उत्तर प्रदेश विधान परिषद (MLC) स्नातक इलाहाबाद-झांसी खंड की मतगणना के दौरान शुक्रवार को उस समय अफरातफरी मच गयी जब मतगणना में गड़बड़ी का अरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ता सदर व बबीना विधायकों समेत जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में दर्जनों की संख्या में मतगणना स्थल पर घुसने का प्रयास किया।
इस बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच झड़प हो गई। हाथापाई होने के बाद स्थिति बिगड़ती देख पुलिस को हल्का बल का प्रयोग करना पड़ा। इसके बाद भाजपाई पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। वहीं दूसरी ओर सपा पुलिस प्रशासन के पक्ष में धरने पर जा बैठी।
मतगणना के संबंध में एजेंटों के द्वारा की जा रही शिकायतों और अधिकारियों के इस ओर ध्यान नहीं देने का आरोप लगाते हुए भाजपाई प्रथम वरीयता की मतगणना में सपा के विजय होने के बाद भड़क उठे। सुबह से ही बुंदेलखंड महाविद्यालय (बीकेडी) पर भाजपाई जमा होने शुरू हो गये। एकत्र होकर जब भीड़ के साथ भाजपा जिलाध्यक्ष मुकेश मिश्रा, सदर विधायक रवि शर्मा,बबीना विधायक राजीव सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रदीप सरावगी आदि ने मतगणना स्थल पर घुसने की कोशिश की।
उनका आरोप था कि अवैध मतपत्रों को भी प्रशासन वैध बनाते हुए समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर भाजपा के उम्मीदवार को हराने की साजिश कर रहे हैं। हालांकि पुलिस उनके मंसूबों को भाप गई और पुलिस ने किसी को भी अंदर जाने नहीं दिया। इस बात को लेकर विवाद हो गया। देखते देखते विवाद हाथापाई में बदल गया जिसके बाद हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को हल्के बल का प्रयोग करना पडा। और पुलिस ने  भाजपा विधायकों सहित कार्यकर्ताओं को मतगणना स्थल के बाहर तक खदेड दिया।
पुलिस के साथ हुई इस झड़प के बाद भाजपाई मतगणना स्थल के दरवाजे पर धरने पर बैठ गये और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद और एक अधिकारी के चोर होने के भी नारे लगाए।
सदर विधायक रवि शर्मा ने आरोप लगाया कि हमारे एजेंट मतगणना में हो रही गड़बडियों को लेकर लगातार सवाल उठा रहे थे लेकिन इसके बावजूद मतगणना जारी रही। जिन मतों पर हमें वरीयता दी गयी थी उन मतों को भी अवैध करार देने की बात एजेंटों ने बतायी, इसके अलावा जिन मतों में हमारे उम्मीदवार को वरीयता दी गयी थी उसकी पूरी गड्डियां उठाकर दूसरे उम्मीदवार के मतों में मिला दी गयी। इन सभी गडबडियों के कारण आज जब हमारे प्रत्याशी मतगणना हॉल में अंदर जाना चाह रहे थे तो उनको गेट पर रोक दिया गया।
इसके बाद भाजपाइयों को यहां पर आना पड़ा और हम यहां धरने पर बैठे हैं लेकिन पुलिस ने जैसा व्यवहार हमारे साथ किया वह निंदनीय है। हमे वह अपनी बात आराम से भी बता सकते थे लेकिन प्रत्याशी को ही अंदर नहीं जाने देना यह कैसी बात है। हमारी मांग है कि पुर्नमतगणना की जाए और हमारे एजेंटों की शिकायतों को दूर किया जाए।
बबीना विधायक राजीव सिंह पारीछा ने अधिकारियों पर भाजपा को हराने के लिए काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मतगणना को लेकर रात भर से हमारे एजेंट आपत्ति जता रहे हैं लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। इसी संबंध में जब भाजपा प्रत्याशी यज्ञदत्त शर्मा अपनी आपत्ति दर्ज कराने मतगणना स्थल में अंदर जाना चाह रहे थे तो पुलिस ने उन्हें बाहर ही रोक दिया। इसके बाद मजबूरी में हमें अपने बूथ से उठकर यहां आना पड़ा। हमने पुलिस अधिकारियों से अनुरोध किया कि प्रत्याशी और जिलाध्यक्ष को अंदर जाने दिया जाए , हमें अपनी आपत्ति दर्ज कराने दी जाएं बाकी निर्णय पर्यवेक्षक लेंगे लेकिन पुलिस पूरी तरह से मनमानी कर रही है। पुलिस पूरी तरह से एकतरफा कार्रवाई कर रही है। इसके विरोध में आज हम सब लोग सड़क पर बैठे हैं। पुलिस का व्यवहार निंदनीय और पूरी तरह से एक पक्षीय है।
सपा पुलिस के पक्ष में बैठी धरने पर,जिलाध्यक्ष बोले,नहीं होने देंगे लोकतंत्र की हत्या
दूसरी ओर इस विवाद की जानकारी मिलते ही समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं का हुजूम भी मतगणना स्थल पर पहुंच गया। सपाइयों ने भाजपाइयों पर मतगणना में धांधली की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए पुलिस प्रशासन के समर्थन में धरना शुरू कर दिया। सपा जिलाध्यक्ष महेश कश्यप ने कहा कि भाजपा के विधायक और पदाधिकारियों के साथ कार्यकर्ताओं ने पुलिस को मारते हुए उनको धक्का देते हुए मतगणना स्थल बीकेडी में घुसने की कोशिश की। हमारी मतदान की पेटियों को लूटने का प्रयास किया गया, पुलिस को मारा गया यह लोकतंत्र की हत्या है।
सपा प्रत्याशी मानसिंह यादव प्रथम वरीयता में 2533 वोटों से जीत गये हैं और द्वितीय वरीयता में हम लोग बढ़त बनाये हुए हैं । इसके देखकर भाजपाई बौखला गये हैं, डर गये हैं। यह इनकी गुंडागर्दी है लेकिन हम इनकी इस हरकत का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। अभी हम शांतिपूर्ण तरीके से धरने पर बैठे हैं और यह तब तक चलेगा जब तक भाजपाई और इनके पदाधिकारी तथा विधायक यहां से नहीं जाते हैं। हम चाहते हैं कि हमारा प्रत्याशी जीत गया है हमें प्रमाणपत्र दे दीजिए इसके बाद ये जो करना चाहते हैं करें। हम यहां से चले जायेंगे।
5 हजार अवैध मतों की पुर्नमतगणना पर बनी सहमति
भाजपा व सपा के लोगों के बीच सेतु का कार्य करते हुए जिलाधिकारी और एसएसपी ने दोनों दलों के लोगों से बात की। इस पर यह सहमति बनी कि अवैध मतों की पुनः गणना की जाए। इसके बाद दोनों दलों के 4-4 लोगों को मतगणना स्थल पर बुला लिया गया। दोनों दलों के लोग अन्दर पहुंच भी गए।
भाजपा जिलाध्यक्ष ने एजेण्टों के साथ किया वाॅक आउट
अन्दर दोनों दलों के चिन्हित लोग जब पहुंच गए तो किसी बात को लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष मुकेश मिश्रा और उनके कार्यकर्ताओं ने मतगणना को फर्जी बताते हुए पुलिस व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी। साथ ही एजेण्टों को लेकर मतगणना स्थल से वाॅक आउट कर दिया।

Related Articles

Back to top button