50 साल पूरे होने की स्वर्ण जयंती मना सकता है एमसीए

क्रिकेट लीजेंड और महानतम सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर अपने टेस्ट पदार्पण के 50 साल पूरे होने की महाराष्ट्र क्रिकेट संघ (एमसीए) स्वर्ण जयंती मना सकता है। गावस्कर के टेस्ट पदार्पण को छह मार्च को 50 साल पूरे हो जाएंगे।
ओरिजिनल लिटिल मास्टर गावस्कर ने छह मार्च 1971 को शक्तिशाली वेस्ट इंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में अपना टेस्ट पदार्पण किया था। एमसीए गावस्कर के टेस्ट पदार्पण की स्वर्ण जयंती मनाने पर विचार कर रहा है। एमसीए की 18 अगस्त को होने वाली बैठक में इस प्रस्ताव को एजेंडे में शामिल किया गया है। एमसीए इसके साथ ही मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में एक क्रिकेट संग्रहालय बनाने के प्रस्ताव पर भी चर्चा करेगी।
71 साल के हो चुके गावस्कर ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे पहले 10 हजार रन पूरे किये थे और सदी के महानतम बल्लेबाज ऑस्ट्रेलिया के सर डॉन ब्रैडमैन का 29 शर्तकों का रिकॉर्ड तोड़ा था। गावस्कर टेस्ट इतिहास में सर्वश्रेष्ठ सलामी बल्लेबाजों में से एक माने जाते हैं और वह 70-80 के दशक में भारतीय बल्लेबाजी की रीढ़ रहे थे। गावस्कर ने 16 साल के अपने करियर में 125 टेस्टों में 10122 रन बनाये जिसमें 34 शतक और 45 अर्धशतक शामिल हैं।
बेहतरीन तकनीक और मजबूत डिफेंस के महारथी गावस्कर पहले ऐसे भारतीय खिलाड़ी थे जिन्होंने भारतीय खिलाड़ियों को प्रोफेशनलिज्म से रूबरू करवाया। क्रिकेट से संन्यास के बाद टीवी कमेंटेटर, लेखक और विश्लेषक की भूमिका उन्होंने बखूबी निभायी। वह आईसीसी क्रिकेट समिति के अध्यक्ष के अलावा कई प्रशासनिक पदों पर भी रहे।
विश्व क्रिकेट के सबसे सम्मानित नाम गावस्कर ने भारतीय क्रिकेट को वैश्विक पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी।

 

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