और मायावती व सोनिया का ये सपना टूट गया!

हरियाणा(Haryana) में विधानसभा चुनाव से पहले गठबंधन बनने से ज़्यादा टूटते दिखाई दे रहे हैं। बसपा(BSP) के पिछले 1 महीने में 2 पार्टियों से गठबंधन बन कर टूट चुके हैं। बहुजन समाजवादी पार्टी ने जजपा के बाद अब कांग्रेस से गठबंधन जुड़ने से पहले ही तोड़ दिया है। अब पार्टी अकेले हरियाणा की सभी 90 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी।

हरियाणा में बहुजन समाजवादी पार्टी और कांग्रेस(Congress) के गठबंठन की संभावनाएं बताई जा रही थी। बैठक में चीज़े तय होने के बाद अब दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन बनने से पहले ही टूट गया है। जानकारी के मुताबिक बसपा अब हरियाणा की सभी 90 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले बहुजन समाजवादी पार्टी ने जननायक जनता पार्टी(JJP) से भी एक महीने के अंदर ही गठबंधन तोड़ दिया था। सीटों के बंटवारे में भेदभाव का आरोप लगाते हुए बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार जेजेपी के साथ गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया था। हालांकि हरियाणा के बसपा नेताओं ने मायावती(Mayawati) को यह जानकारी दी थी कि जननायक जनता पार्टी के नेता सत्तारूढ़ भाजपा के संपर्क में थे, और इसलिए गठबंधन तोड़ने की सिफारिश की गई। गठबंधन के दौरान दुष्यंत चौटाला(Dushyant Chautala) ने ऐलान किया था कि मायावती के हाथी पर बैठकर जजपा चंडीगढ़ में सत्ता की चाबी से राज का दरबार खोलेगी।

गठबंधन टूटने के बाद मायावती ने घोषणा की है कि बीएसपी विधानसभा चुनाव में किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी और अपने बलबूते पर राज्य की सभी 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। हरियाणा में पिछले 5 महीने के दौरान बसपा का जननायक जनता पार्टी के साथ यह तीसरा गठबंधन था। इससे पहले बसपा राज्य में अभय सिंह चौटाला के नेतृत्व वाली इनेलो और फिर पूर्व सांसद राजकुमार सैनी के नेतृत्व वाली लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के साथ गठबंधन कर चुकी है।

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