मालिक की लापरवाही ने ली बेजुबान की जान! 3 घंटे तक कार में तड़पता रहा कुत्ता, तस्वीरें देख कांप उठेगा कलेजा

मथुरा के वृंदावन में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जहां दर्शन करने आए दंपती की एक छोटी सी लापरवाही ने उनके पालतू डॉग की जान ले ली। बिहार नंबर की एक अर्टिगा कार में बंद डॉग लगभग तीन घंटे तक गर्मी और घुटन से तड़पता रहा। जब तक लोग उसे बाहर निकाल पाते, उसकी सांसें थम चुकी थीं।
“हमारी एक गलती से हमारा बच्चा चला गया” – दुखी दंपती
घटना रविवार को हुई जब दंपती ने कार को मथुरा जिला संयुक्त चिकित्सालय की पार्किंग में सुबह करीब 10 बजे पार्क किया। उनके साथ उनका पांच साल का लैब्राडोर रेट्रीवर डॉग भी था। पार्किंग स्टाफ ने उन्हें चेतावनी दी कि डॉग को बाहर कर दें, लेकिन दंपती ने कहा कि डॉग अंदर सो रहा है और हल्का शीशा खोल दिया गया है।
पार्किंग कर्मचारी ने जताया संदेह, पर नहीं खुला कार का दरवाजा
करीब डेढ़ घंटे बाद पार्किंग कर्मचारी राहुल ने देखा कि डॉग बेचैनी में कार के अंदर तड़प रहा है। उसने कार का दरवाजा खोलने की कोशिश की, पर नाकाम रहा। राहुल ने शीशा तोड़ने की कोशिश भी की, लेकिन वह असफल रहा। बाद में एक्सपर्ट्स को बुलाया गया।
देर से मिला इलाज, दम तोड़ चुका था डॉग
12 बजे के करीब एक्सपर्ट्स पहुंचे और 45 मिनट की मशक्कत के बाद कार का गेट खोला गया। डॉग तब तक बेहोश हो चुका था। पानी डालकर होश में लाने की कोशिश की गई, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। तुरंत ई-रिक्शा में उसे पशु चिकित्सालय ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
भावुक हुए दंपती, बोले- 55 दिन की उम्र में लाए थे, अब 5 साल का हो गया था
जैसे ही दंपती दर्शन कर लौटे और अपने डॉग की मौत की खबर सुनी, उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया। उन्होंने कहा, “हमसे बहुत बड़ी गलती हो गई। उसे 55 दिन की उम्र में लाए थे और अब वह हमारा परिवार का हिस्सा बन गया था।”
पशु प्रेमियों के लिए सीख
यह घटना सभी पालतू पशु प्रेमियों के लिए एक कड़ा सबक है कि गर्मी के मौसम में बंद कार में किसी भी जानवर को छोड़ना जानलेवा हो सकता है। वाहन के अंदर तापमान तेजी से बढ़ता है, जिससे दम घुटने का खतरा रहता है।