यूपी में एक और फिल्म: BJP महिला नेता का अय्याश बेटा.. 130 अश्लील वीडियो वायरल, माँ चुप.. भाजपा चुप

मंदसौर वीडियो कांड की गूंज अभी थमी भी नहीं थी कि मैनपुरी से एक और भाजपा नेता से जुड़े सनसनीखेज मामले ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है। यहां एक महिला मोर्चा की मंडल अध्यक्ष के बेटे के 130 से अधिक अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं। यह मामला भाजपा के नैतिक मूल्यों पर बड़ा सवाल बनकर सामने आया है।
130 अश्लील वीडियो ने मचाया तहलका
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शहर के एक नामचीन मिष्ठान भंडार के संचालक के छोटे भाई के बेटे और महिला मोर्चा की भाजपा नेत्री के बेटे के ये वीडियो शहर भर में तेजी से फैल रहे हैं। बताया जा रहा है कि ये सभी वीडियो शहर के अलग-अलग होटल, रेस्टोरेंट्स और निजी स्थानों पर बनाए गए हैं। वायरल हो रहे वीडियो में भाजपा नेत्री का बेटा एक महिला के साथ बेहद आपत्तिजनक हरकतें करते नजर आ रहा है।
भाजपा नेत्री ने साधी चुप्पी, फोन तक उठाने से किया इंकार
वीडियो के वायरल होने के बाद भाजपा नेत्री ने मीडिया और आम लोगों के कॉल्स का जवाब देना बंद कर दिया है। पार्टी संगठन की ओर से भी कोई आधिकारिक बयान अब तक सामने नहीं आया है। भाजपा की खामोशी पर भी विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और पार्टी की ‘बेटी बचाओ’ नीति पर सवाल उठाए हैं।
पत्नी से चल रहा था विवाद, सिगरेट से जलाने तक के लगे आरोप
भाजपा नेत्री के बेटे की शादीशुदा जिंदगी भी लंबे समय से विवादों में रही है। पीड़िता पत्नी के मुताबिक, उसका पति वर्षों से प्रेमिका के साथ नाजायज़ संबंधों में लिप्त था और वीडियो बनाकर उसे मानसिक प्रताड़ना देता था। कुछ महीनों पहले उसने पति पर सिगरेट से जलाने का आरोप लगाया था, लेकिन राजनीतिक रसूख के चलते पुलिस ने मामला दबा दिया।
वीडियो कैसे हुए वायरल, लोगों में उठे सवाल
130 वीडियो एक साथ वायरल हो जाना कई सवाल खड़े करता है। क्या ये वीडियो खुद युवक या उसकी प्रेमिका ने वायरल किए, या किसी अन्य व्यक्ति ने बदले की भावना से इन्हें सोशल मीडिया पर डाला? फिलहाल पुलिस की ओर से कोई जांच की पुष्टि नहीं हुई है, जिससे अफवाहें और अटकलें तेज हो गई हैं।
विपक्ष ने भाजपा पर बोला हमला
कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने भाजपा की चुप्पी पर कड़ा ऐतराज़ जताया है।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष गोपाल कुलश्रेष्ठ ने कहा,
“भाजपा की कथनी और करनी में बड़ा फर्क है। बेटी बचाओ का नारा देने वाली पार्टी अपने ही नेताओं की करतूतों पर चुप्पी साधे बैठी है। अगर पीड़िता को इंसाफ नहीं मिला तो कांग्रेस सड़कों पर उतरेगी।”
सपा जिलाध्यक्ष आलोक शाक्य ने कहा,
“भाजपा के असली चेहरे सामने आ रहे हैं। यदि पीड़िता सपा से संपर्क करती है, तो हम उसकी लड़ाई मजबूती से लड़ेंगे।”
बसपा जिलाध्यक्ष मनीष सागर ने भी भाजपा पदाधिकारियों से सख्त कार्रवाई की मांग की और इसे भारतीय सामाजिक मूल्यों के खिलाफ बताया।
पुलिस की निष्क्रियता पर भी उठे सवाल
स्थानीय लोगों और विपक्षी दलों का आरोप है कि पुलिस-प्रशासन भाजपा के दबाव में निष्क्रिय बना हुआ है। अब तक न तो कोई प्राथमिकी दर्ज की गई है और न ही किसी प्रकार की जांच का संकेत मिला है।
भाजपा की चुप्पी और प्रशासन की निष्क्रियता
यह मामला केवल एक निजी स्कैंडल नहीं, बल्कि सत्ता और सामाजिक जिम्मेदारियों के दायरे में आते लोगों की नैतिकता पर गंभीर सवाल है। भाजपा की चुप्पी और प्रशासन की निष्क्रियता इस पूरे प्रकरण को और भी संदिग्ध बना रही है। क्या सत्ता का असर इंसाफ की राह रोक सकता है? यह सवाल मैनपुरी की जनता ही नहीं, पूरा प्रदेश पूछ रहा है।