कई गुना ताकतवर तेंदुए से भिड़ा युवक, अखिलेश यादव ने क्यों शेयर किया वीडियो.. भाजपा से क्या संबंध ? देखें..

लखीमपुर खीरी जिले के जुगनूपुर गांव में मंगलवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई जब एक तेंदुआ अचानक ईंट भट्ठे के पास पहुंच गया और वहां काम कर रहे मजदूरों पर हमला कर दिया। इस हमले में मिहीलाल नामक व्यक्ति ने अद्भुत साहस का परिचय देते हुए लगभग 15 मिनट तक तेंदुए से मुकाबला किया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

तेंदुए पर लदे मिहीलाल

42 वर्षीय मिहीलाल खेत की चिमनी के पास काम कर रहे थे, तभी अचानक झाड़ियों से निकलकर एक तेंदुआ उन पर झपटा। मिहीलाल ने डरने की बजाय उसका डटकर सामना किया। उसने पहले तेंदुए का मुंह दबाया, फिर उसे जमीन पर गिराकर मुक्कों से हमला कर दिया। ईंट की ढेर पर तेंदुए को पटककर वह उसके ऊपर लद गया। आसपास मौजूद लोगों ने भी ईंट-पत्थरों से तेंदुए को मारकर भगाने की कोशिश की। अंत में घायल तेंदुआ खेतों की ओर भाग गया।

घटना में मिहीलाल समेत 5 लोग घायल

सूचना मिलते ही धौरहरा रेंज अधिकारी नृपेंद्र चतुर्वेदी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जब टीम केले के खेत में छिपे तेंदुए को पकड़ने की कोशिश कर रही थी, तभी उसने टीम पर भी हमला कर दिया। इस हमले में वन दरोगा राजेश कुमार दीक्षित, रेंजर नृपेंद्र चतुर्वेदी, सिपाही राम सजीवन और ग्रामीण इकबाल खां घायल हो गए।

ढाई घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन

करीब ढाई घंटे चले ऑपरेशन के बाद वन विभाग ने तेंदुए को ट्रेंक्यूलाइज कर पकड़ लिया। घायल मिहीलाल, इकबाल खां और वन दरोगा को लखीमपुर जिला अस्पताल रेफर किया गया है, जबकि अन्य दो को मामूली चोटें आईं और प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। मौके पर सीओ शमशेर बहादुर सिंह और थाना प्रभारी सुरेश कुमार मिश्रा की मौजूदगी में पुलिस बल ने हालात को नियंत्रित किया।

 

DFO ने की पुष्टि

वन विभाग के DFO सौरिश सहाय ने बताया कि पकड़ा गया तेंदुआ तीन साल का नर है, जिसके शरीर पर केवल हल्की खरोंचें पाई गई हैं। उसे लखनऊ के वन्यजीव विशेषज्ञों की निगरानी में रखा गया है और रिहैबिलिटेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

मिहीलाल बोले – “तेंदुए से हमारी लड़ाई करीब 20 मिनट चली”

घायल मिहीलाल ने बताया, “हम पौधों को देखने जा रहे थे, तभी तेंदुआ अचानक झपट पड़ा। पहले मेरे दाहिने हाथ पर हमला किया, फिर मैंने भी उसे पकड़ लिया। हमारी लड़ाई करीब 15-20 मिनट चली। आसपास के लोगों ने ईंटें फेंकी, तब जाकर वह भागा।”

वन रक्षक ने बताया- तेंदुए की मानसिक स्थिति असामान्य थी

वन दरोगा राजेश कुमार दीक्षित ने बताया, “हम जेठपुरा में रेस्क्यू में लगे थे तभी जानकारी मिली कि भट्ठे के पास तेंदुआ देखा गया है। जब हम तेंदुए की जांच के लिए आगे बढ़े, उसने अचानक हमला कर दिया। तेंदुए की स्थिति सामान्य नहीं लग रही थी।”

घटना के बाद इलाके में दहशत

तेंदुए के हमले के बाद सैकड़ों ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गए। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया। वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों को सतर्क रहने और जानवर से दूरी बनाए रखने की सलाह दी है।

मिहीलाल के परिवार की स्थिति

मिहीलाल की पत्नी पुष्पा और उनके पांच बच्चे, संजय (17), रिंकी (15), पिंकी (12), गौरी (10) और शिवानी (8)—इस घटना के बाद सदमे में हैं। पूरे गांव में मिहीलाल की बहादुरी की चर्चा हो रही है।

राजनीतिक प्रतिक्रिया

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने X पर लिखा, “धौरहरा में घायल मजदूर का इलाज बेहतर से बेहतर हो। भाजपा शासन में वनों की लूट और अतिक्रमण के कारण ही जंगली जानवर आबादी में आ रहे हैं। वन बचेंगे तो सब बचेंगे।”

 

 

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