CM ने आधुनिक चीनी मिल का उद्घाटन:बड़ा ऐलान- 2 एकड़ तक का प्रीमियम देगी सरकार,

मुआवजा भी अब 12 नहीं15 हजार प्रति मिलेगा

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने करनाल सहकारी चीनी मिल लिमिटेड की आधुनिकता का उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद मंच पर पहुंचे। साथ ही 3500 टीसीडी चीनी संयंत्र का 5000 टीसीडी का विस्तार योग्य आधुनिकीकरण, विस्तारीकरण व चीनी रिफाइनरी के साथ-साथ 18 मेगावॉट की विद्युत सह-उत्पादन क्षमता का है।

इस कार्य पर करीब 263 करोड़ रूपए की राशि खर्च हुई। उनके साथ उद्घाटन कार्यक्रम में सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल, सांसद संजय भाटिया, हरियाणा राज्य चीनी मिल के अध्यक्ष एवं शाहाबाद के विधायक रामकरण, घरौंडा के विधायक हरविन्द्र कल्याण, विधायक रामकुमार कश्यप, नीलोखेड़ी विधायक धर्मपाल गोंदर मौजूद हैं।

पिराई सत्र का शुभारंभ करते हुए सीएम मनोहर लाल।

सीएम मनोहर लाल के कार्यक्रम काे देखते हुए करनाल-मेरठ रोड पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है। वहीं मिल में लोगों की एंट्री के लिए गेट व पंडाल के बाहर चेकिंग के बाद ही प्रवेश होने दिया जा रहा है। सीएम मनोहर लाल ने एलान किया कि दो एकड़ तक के किसान का बीमा की प्रीमियम सरकार भरेगी।

2 एकड़ से ज्यादा 5 एकड़ तक वाले को आधा एकड़ देना होगा। 5 से ऊपर वाले को खुद प्रीमियम देना होगा। फसल 75 से 100 फीसदी खराब होती है तो मुआवजा राशि को 12 से बढ़ाकर 15 हजार किया जाएगा। 10 हजाार को 12 हजार 500 होगा। बाकी सभी सलैब में 25 फीसदी वृद्धि की गई। धान व गेहूं हर प्रदेश में होती है। हमने 12 फसलों को पैदा करने का रिकॉर्ड बनाया है।

उन्होंने कहा कि मिल की स्थापना 1977 में हुई थी, 48 साल हो गए। शुरूआत में 1200 की क्षमता थी। आज नवीनीकरण के बाद 3500 टन प्रतिदिन की क्षमता रहेगी। पिछले वर्षों में 35 लाख टन पूरे सीजन में पिराई होती थी। यहां की पैदावार 50 लाख गन्ना होता था। 10 से 15 लाख टन बाहर भेजते थे। अब यूपी में गन्ना नहीं लेकर जाना पड़ेगा। 50 का 55 या 60 भी होगा तो उसे जल्दी चलाकर या देर तक चलाकर उसे यहीं पर रखेंगे।

मंच से बोलते हुए सीएम मनोहर लाल।

कर्मचारियों की मांगों को माना

शुगर मिल महासंघ ने मांगपत्र दिया उस पर सीएम ने कहा कि पक्के कर्मचारी को 7वंे वेतन की मांग पूरी की जाएगी। इसकी फाइल चली हुई है। एक्सग्रेसिया पॉलिसी का केस तैयार किया गया है। कर्मचारी को 25 रुपये महीने दुलाई भत्ता मिलता है। इसको 100 रुपये महीने आज से किया जाता है। दैनिक वेतन भोगी के वेतन और मेडिकल सुविधा की भी फाइल तैयार करवाकर जल्द उचित लाभ दिया जाएगा।

डीसी किसानों की पेमेंट की लिस्ट बनाकर दें। ताकि यूपी से पेमेंट करवाई जाए। यहां पर गन्ना की पैदावार के साथ बिजली उत्पादन से भी फायदा होगा। 13 मैगावाट बिजली सरकार को बेची जाएगी। हरियाणा सरकार में कुल 11 सहकारी मिल है। शाहबाद में सीरे को 99 करोड़ की लागत से एथनॉल तैयार किया जाएगा। शाहबाद की मिल लाभ में चल रही है। वहां पर आय को और ज्यादा बढ़ाया जाएगा। केवल शाहबाद नहीं बाकी स्थानों पर भी पावर प्लांट या एथनॉल प्लांट लगाएंगे।

पानीपत में नए स्थान पर शुगर मिल तैयार किया जा रहा है। प्रदेश में 42 लाख टन अतिरिक्त गन्ना की पिराई होगी। सभी मिलों का 660 करोड़ रुपये को आधुनिकरण व विस्ताकरणी में लगाया जा रहा है। आसपास जिलों में भी इसका लाभ हो रहा है। पिछले सात सालों में 511 करोड़ रुपये ऋण और 127 करोड़ सबसीडी के रूप में दिया है। पूरे देश में गन्ना का रेट हरियाणा का रेट सबसे ज्यादा है। यदि पंजाब गन्ना का रेट बढ़ाएगा तो हम और बढ़ाएंगे।

उन्होंने कहा कि पीएम ने कहा कि हमें किसानों को आय डबल करनी है। जो कई पहलुओं से होगी। नए आयाम ला रहे हैं। एक पहलू प्रगतिशील किसान हैं। वो फसले ज्यादा आमदन वाली लगते हैं। फल, सब्जी के अलावा औषधियी पौधे लगाते हैं। इसके लिए सरकार भी लाभ दे रही है। दिल्ली फल, सब्जी व फूलों के लिए बड़ी मार्केट है। वो किसान 1 लाख रुपए से ऊपर प्रति एकड़ कमाई कर रहे हैं।

पिछले दिनों प्रगतिशील किसानों को बुलाया था। हर किसानों को 10-10 किसान बनाने के लिए कहा है। ऐसे करने पर इनाम देंगे। पानी का संकट हरियाणा में लगातार बन रहा है। पानी की जरुरत के अनुसार पानी नहीं है। कुछ एरियों को छोड़कर ज्यादा समस्या है। दक्षिण हरियाणा तो वर्षा पर ही निर्भर है। माइक्रो इलीगेशन के माध्यम से हर खेत को पानी पहुंचाया जाएगा।

सीएम ने कहा कि उत्तरी हरियाणा में पानी का संकट नहीं है। यहां पर जमीन से ज्यादा पानी निकाला जा रहा है। विरासत में हम अपने बच्चों को बिना पानी की जमीन देंगे। डार्क जोन में ये एरिया लगातार जा रहा है। धान छोड़ने वाले को 7 हजार रुपये देने की घोषणा की थी। 1 लाख एकड़ में धान को कम लगाया गया।

उन्होंने कहा कि इजराइल में हर किसान पानी की बचत करता है। खुली सिंचाई इजराइल में नहीं है। सिर्फ मन को समझाने की जरूरत है। किसान के लिए बीज से बाजार तक का सिस्टम बना रहे हैं। सर्टिफाइड बीज ही बेच सकते हैं। बीज के बाद डीएपी की कठिनाई पिछले दिनों आई थी। चार दिनों से पूरा डीएपी आ रहा है। जितना जितना चाहिए। वो मिलेगा। गेहूं बिजाई के अंत तक पूरा खाद मिलेगा। मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपनी फसल का ब्योरा दर्ज करें। ऐसा करने से बेचने में दिक्क्त नहीं आएगी। वर्षा का संकट आया था। कुछ किसानों को दिक्कत हुई।

घाटा उभारने के निरंतर प्रयास कर रही है सरकार : मंत्री बनवारी

सहकारिता मंत्री बनवारी लाल ने कहा कि शुगर मिल का घाटा पूरा नहीं हो रहा था। इस पर टीम व सीएम के साथ विचार-विमर्श किया। खाली चीनी बनाने से घाटा पूरा नहीं हाेता था। पिछले साल गुड़ सकर बनाई थी। रोहतक में रिफाइंड शुगर, कैथल शुगर बनाने का काम किया था। अब एथनाल तैयार की जाएगी। समय पर किसानों का पेमेंट किया जा रहा है। जो शुगर मिल करनाल व शाहबाद की मिल है ये राष्ट्रीय स्तर की मिल है। इन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला है। करनाल के अंदर जो शुगर मिल स्थापित हुई है। 232 गांवों के 5 हजार लोगों को फायदा हो। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। किसानों के रुकने और कंटीन की व्यवस्था है। नये बीज की व्यवस्था भी मिल में मुहैया करवाई जा रही है। 15023 नई किस्म लाएं है। जिसकी रिकवरी भी ज्यादा है। जो लोग कहते थे गांवों में नहीं घुसने देंगे, उसका एलानाबाद में सीसा देखने का मिला है।

यूपी वाले हरियाणा वाला भाव मांगते हैं गन्ने का : सांसद भाटिया

सांसद संजय भाटिया ने कहा कि वेस्टन यूपी में आजकल ज्यादा रह रहा हूं। वहां पर गन्ना ज्यादा उगता है। जब वहां पर बातचीत होती है तो वो कहते हैं हमारा भी गन्ने का रेट हरियाणा वाला करवा दो। यूपी में 330 और हरियाणा में 362 रुपये प्रति क्विंटल है। यूपी में एक-दो मिलों को छोड़ दें तो पेमेंट सुधरी है, हरियाणा जैसी व्यवस्था अभी नहीं है। अब भी वहां पर कुछ पेमेंट रुकी है।

उन्हाेंने कहा कि आज जो शाहबाद में एथनॉल का प्लांट लगाया है। पेट्रोल में 10 फीसदी एथनॉल मिला सकते हैं। इसका सबसे ज्यादा फायदा किसान को होगा। गन्ने का रेट बढ़ेगा तो चीनी का भी रेट बढ़ाया जाता है। एथनॉल से शुगर मिल की आय होगी। इससे किसानों को रेट अधिक देने में सरकार को दिक्कत नहीं होगी। कुछ लोग इस विषय पर किसानों को भ्रमित कर रहे हैं। मैने किसानी नहीं की, लेकिन मेरे पिता आज भी खेती करते हैं। यदि आज किसानी संजय भाटिया और मनोहर नहीं जानते तो वो नहीं जानते जिन्होंने कोडि़यों के भाव में किसानों की जमीन को खरीदा है। पीएम ने केवल हरियाणा के सीएम की तारीफ की। इनकी योजनाओं को बहुत प्रदेश फॉलो करते हैं। कुछ योजनाओं को तो केंद्र भी लागू करता है।

विपक्ष पर साधा निशाना बाेले- किसान आंदोलन को स्पॉट करके भाइचारा कर रहे खराब

घरौंडा विधायक हरविंद्र कल्याण ने बताया कि जो किसान आंदोलन को पीछे से स्पोट कर रहे हैं। ऐसा गलत काम नहीं करना चाहिए। जो समाज के भाइचारे के लिए गलत है। किसी को काम न करने देना समाज के लिए ठीक नहीं है। इसके लिए समाज को चिंतन करना चाहिए। आज विपक्ष अपनी विपक्ष की भूमिका भी अच्छे से नहीं निभा पा रहा है वो सत्ता को कैसे चलाएगा। इससे भलीभांति अंदाजा लगाया जा सकता है। समाज पूरे तरीके से आपके साथ खड़ा हुआ है। विकास के लिए आगे बढ़े। इस मिल को बनाने की पुरानी मांग थी। इसको पूरा करके पूरे जिले का कल्याण किया है। विधायक शाहबाद रामकरण काला ने भी रखे विचार।

पंडाल में जाने वालों की चेकिंग करते हुए पुलिस कर्मी।

इन प्रोजेक्ट का किया उद्घाटन

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इंद्री विधानसभा क्षेत्र के गांव बीबीपुर जाटान में 3 करोड़ रुपए की लागत से बने 33 केवी सब स्टेशन, असंध विधानसभा क्षेत्र में असंध कॉलेज रोड़ पर 3 करोड़ रुपए की लागत से बने 33 केवी सब स्टेशन, नीलोखेड़ी विधानसभा क्षेत्र के तरावड़ी में करीब 2 करोड़ 57 लाख रुपए की लागत से बने अग्निशमन भवन का भी उद्घाटन किया।

मिल के इतिहास को फिल्म से समझाया

शुगर मिल की पूरी जानकारी के लिए एक फिल्म दिखाई गई। जिसके माध्यम से पूरी जानकारी दी गई। नई मिल के शिलान्यास से कार्य पूरा होने की प्रक्रिया को दिखाया गया। इसमें किसान, शुगर मिल प्रशासन, जिला प्रशासन, सहकारिकता मंत्री व सीएम ने अपने विचारों से पूरी जानकारी दी।

पंडाल में मौजूद किसान व अन्य जिलावासी।

3500 टन गन्ना की होगी प्रतिदिन पिराई…

उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि किसानों की बहुत पुराने समय से चली आ रही मांग के अनुरूप करनाल में सहकारी चीनी मिल का आधुनिकीकरण एंव विस्तारीकरण का कार्य पूर्ण हो गया। अब नई चीनी मिल 3500 टन प्रतिदिन की क्षमता में गन्ना पिराई करेगी। चीनी मिल में उत्कृष्ट गुणवत्ता की सल्फर रहित रिफाइंड चीनी का उत्पादन होगा। उत्पादित 18 मेगावॉट विद्युत की 13.2 मेगावॉट मात्रा का एचवीपीएनएल को विक्रय होगा।

विस्तारीकृत चीनी मिल मे प्रदूषण नियंत्रण के अति आधुनिक उपकरण स्थापित किए गए हैं। इनसे करनाल चीनी मिल के आसपास जल और वायु की गुणवत्ता बेहतर रहेगी। आमजन को लाभ मिलेगा। मिल की पिराई क्षमता बढ़ाने पर किसानों की गन्ने की ट्रालियां खड़ी करने के लिये एक नए गन्ना यार्ड की व्यवस्था की गई है तथा मिल के पुराने टूटे गन्ना यार्ड की भी पूरी मरम्मत की गई है व तारकोल से सड़कों का निर्माण किया गया है।

मिल में किसानों के रात के समय रुकने के लिए आधुनिक विश्राम गृह बनाया गया है। चाय पानी के लिए आधुनिक कैंटीन बनाई गई है। मिल प्रागंण में अटल किसान मजदूर कैंटीन पिछले कई सालों से चलाई जा रही है। इसमें सस्ती दर पर नाश्ता व खाना दिया जाता है। मिल प्रांगण में किसानों के लिए एक किसान सेवा केन्द्र चलाया जा रहा है। इसमें किसानों को गन्ने की अदायगी की एवज में खाद दिया जा रहा है। गन्ना सप्लाई करने वाले किसानों को मिल के पेट्रोल पम्प से डीजल भी दिया जा रहा है। इन सभी कार्य प्रणालियों से किसान व मजदूर बहुत खुश हैं।

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