आतंकियों के लिए सेना की नई रणनीति- इंतजार करो और मौका मिलते ही मारो, अब तक 6 आतंकी ढेर

कश्मीर में घुसपैठियों का एनकाउंटर:

राजौरी के जंगलों में सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। सेना ने अब तक लश्कर-ए-तैयबा के 6 आतंकियों को मार गिराया है। अब भी 3 से 4 आतंकियों के वहां छिपे होने की आशंका है। उनकी तलाश की जा रही है।

सूत्रों के मुताबिक, सेना के अफसरों ने आतंकियों से निपटने के लिए नई रणनीति बनाई है। इसके तहत इंतजार करो, आतंकियों को गांव तक आने दो, फिर उन पर टूट पड़ो की नीति पर अमल किया जा रहा है। पिछले कुछ महीनों में लश्कर के 9 से 10 आतंकी पाकिस्तान से राजौरी-पुंछ जिले के जंगलों में आए थे। इनके अलावा भी कई बार घुसपैठ की कोशिशें हुईं, लेकिन सेना ने उन्हें नाकाम कर दिया।

लोगों से जंगल की ओर न जाने की अपील
पुलिस ने मंगलवार को लोगों से कहा है कि वे पुंछ के जंगली इलाकों की ओर न जाएं। यहां पिछले 8 दिन से सेना और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। आतंकियों की तलाश के लिए हेलिकॉप्टर की मदद भी ली जा रही है। ऑपरेशन में पैरा कमांडो भी शामिल किए गए हैं।

इन्हीं जंगलों में शहीद हुए 9 जवान
राजौरी के जंगलों में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सेना के 9 जवानों के शहीद होने के बाद, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने 16 अक्टूबर को इस इलाके का दौरा किया था। उन्होंने आतंकवाद विरोधी अभियानों को संभालने वाले कमांडरों के साथ बात की थी।

आतंकियों की तलाश में सेना के जवान लगातार जंगलों में ऑपरेशन चला रहे हैं।

उन्होंने सैनिकों से आतंकियों को प्रो-एक्टिवली इंगेज करने के बजाय उनके मूवमेंट का इंतजार करने को कहा। सेना के अफसरों का कहना है कि आतंकियों ने दो-दो की टीम में मूवमेंट की। इससे उन्हें लगातार अपनी पोजिशन बदलने में मदद मिली और भारतीय सेना के ज्यादा जवानों को नुकसान पहुंचा। भारतीय सेना के जवानों पर उस समय गोलीबारी हुई थी, जब वे आतंकियों की तलाश में निकले थे।

आतंकियों को गांव तक आने दें, फिर टारगेट करें
एक कमांडर ने कहा कि आतंकियों को खाने-पीने का सामान लेने के लिए गांवों तक आने दें, फिर उन्हें टारगेट करें। जंगल में लड़ाई के लिए धैर्य की जरूरत होती है। सैनिकों से कहा गया है कि वे सतर्क रहें और आतंकियों को आमने-सामने इंगेज कर कैजुअल्टी से बचें। चूंकि समय का कोई मसला नहीं है, इसलिए हम आतंकियों को थकाएंगे और फिर उनका सफाया करेंगे।

आसपास के लोगों से पूछताछ
आतंकियों की धरपकड़ के लिए सुरक्षाबलों ने तीन लोगों से पूछताछ की है। इनमें एक 45 साल की महिला भी शामिल है। एजेंसियां उससे पूछताछ कर रही हैं। शक है कि उसने मुठभेड़ में शामिल आतंकियों को लॉजिस्टिक सपोर्ट दिया था। महिला और उसके बेटे की पहचान जरीना अख्तर और शफैत के रूप में हुई है।

श्रीनगर में सुरक्षाबलों के जवान हर आने-जाने वाले की तलाशी ले रहे हैं।

आम लोगों पर आतंकी हमलों के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई है। कश्मीर घाटी में खासतौर से राजधानी श्रीनगर में तलाशी तेज कर दी गई है। आतंकियों की टारगेट किलिंग में अब तक 11 लोगों की जान गई है। अधिकारियों ने श्रीनगर और दक्षिण कश्मीर के जिलों के कुछ हिस्सों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड कर दी हैं।

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