होने वाला है तख्तापलट ? सोनिया गांधी को बीच में आना पड़ा.. CM बदलने वाले हैं ? 100 विधायकों का समर्थन !

कर्नाटक कांग्रेस में मुख्यमंत्री परिवर्तन को लेकर एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस के अंदरूनी विवाद अब खुलकर सामने आने लगे हैं। सूत्रों के मुताबिक, डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के समर्थकों ने सीएम पद के लिए फिर से मांग तेज कर दी है। दिल्ली दरबार तक पहुंचे इस मुद्दे को सुलझाने के लिए पार्टी हाईकमान ने रणदीप सुरजेवाला को बतौर दूत कर्नाटक भेजा है।

2023 चुनाव जीत के बाद से चल रही है पद की खींचतान

2023 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की बड़ी जीत के बाद सीएम पद को लेकर खींचतान सामने आई थी। उस समय सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री बनाया गया, जबकि डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम पद से संतोष करना पड़ा। तब से ही उनके समर्थक यह कहते आए हैं कि सिद्धारमैया को केवल ढाई साल के लिए ही सीएम पद दिया गया है। अब आधा कार्यकाल पूरा होने के साथ ही शिवकुमार गुट सत्ता में भागीदारी के लिए आर-पार की लड़ाई के मूड में आ गया है।

शिवकुमार गुट का बड़ा दावा

डीके शिवकुमार के करीबी विधायक इकबाल हुसैन ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि कांग्रेस के करीब 100 विधायक शिवकुमार के साथ हैं और वे चाहते हैं कि अब नेतृत्व परिवर्तन हो। उन्होंने चेताया कि अगर अब बदलाव नहीं हुआ तो 2028 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। हुसैन ने कहा, “हमारी मांग स्पष्ट है – डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाया जाए।”

रणदीप सुरजेवाला की कर्नाटक में सक्रियता बढ़ी

मामले की गंभीरता को देखते हुए कांग्रेस हाईकमान ने रणदीप सुरजेवाला को कर्नाटक भेजा है। वे दिल्ली से प्रतिनिधि के तौर पर आए हैं और कई विधायकों से मुलाकात कर चुके हैं। हालांकि सुरजेवाला ने इसे केवल संगठनात्मक बैठक बताया और कहा कि इसे नेतृत्व परिवर्तन से जोड़कर न देखा जाए। लेकिन अंदरूनी हलचल और विधायकों की बयानबाज़ी साफ संकेत दे रही है कि मामला बेहद गंभीर है।

सोनिया और राहुल गांधी की अपील

पार्टी नेतृत्व यानी सोनिया गांधी और राहुल गांधी चाहते हैं कि विधायक संयम बनाए रखें और आंतरिक कलह सार्वजनिक न हो। लेकिन डीके शिवकुमार के समर्थक अब “या तो सब कुछ या कुछ भी नहीं” की स्थिति में दिखाई दे रहे हैं। वहीं, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी हाल ही में संकेत दिया था कि यह निर्णय केवल पार्टी हाईकमान ही ले सकता है।

सीएम सिद्धारमैया का रुख

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया इस पूरे विवाद को सार्वजनिक रूप से खारिज कर रहे हैं। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि उनके और शिवकुमार के बीच कोई मतभेद नहीं है। वे पार्टी को एकजुट दिखाने की कोशिश में हैं। हालांकि शिवकुमार गुट की गतिविधियां कुछ और ही तस्वीर पेश कर रही हैं।

पार्टी हित में नेतृत्व परिवर्तन की मांग

विधायक इकबाल हुसैन ने कहा कि शिवकुमार को अब मुख्यमंत्री बनाया जाना पार्टी के हित में है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे रणदीप सुरजेवाला से मिलकर अपनी बात हाईकमान तक पहुंचाएंगे और कर्नाटक की सच्चाई दिल्ली दरबार में रखेंगे। उन्होंने कहा, “हम अनुशासन में हैं, लेकिन अपने नेता के लिए अब पूरी ताकत झोंक देंगे।”

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