BJP विधायक के खिलाफ गैंगरेप की FIR दर्ज, महिला पर पेशाब भी किया.. ऑफिस, सरकारी गाड़ी में भी दुष्कर्म

बेंगलुरु की एक 40 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता ने कर्नाटक के राजराजेश्वरी नगर से भाजपा विधायक मुनिरत्ना नायडू और उनके तीन सहयोगियों पर सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के अनुसार, 11 जून 2023 को आरोपियों ने पीड़िता को एक अज्ञात पदार्थ का इंजेक्शन देकर बेहोश किया और उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता का दावा है कि इस दौरान उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया, जिसमें उसके चेहरे पर पेशाब करना भी शामिल है।
पहले भी लग चुके हैं गंभीर आरोप
यह पहली बार नहीं है जब मुनिरत्ना नायडू पर ऐसे गंभीर आरोप लगे हैं। सितंबर 2024 में भी एक महिला ने उन पर 2020 से 2022 के बीच दो वर्षों तक यौन शोषण करने का आरोप लगाया था। उस मामले में भी पीड़िता ने आरोप लगाया था कि विधायक ने उसे ब्लैकमेल किया और अश्लील वीडियो के माध्यम से धमकाया।
विधानसभा और सरकारी वाहन में दुष्कर्म के आरोप
पीड़िता ने अपनी शिकायत में यह भी दावा किया है कि मुनिरत्ना ने विधान सौध (कर्नाटक विधानसभा) और अपने सरकारी वाहन में भी उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके अलावा, विधायक ने उसे अन्य व्यक्तियों को फंसाने के लिए हनी ट्रैप का हिस्सा बनने के लिए मजबूर किया।
पुलिस जांच और विधायक की प्रतिक्रिया
बेंगलुरु के यशवंतपुर स्थित आरएमसी यार्ड पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धाराओं 376डी (सामूहिक बलात्कार), 270 (जानलेवा बीमारी फैलाने की संभावना वाला कृत्य), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 354 (महिला की लज्जा भंग करने का प्रयास), 504, 506 और 509 के तहत मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल, मुनिरत्ना नायडू ने इन सभी आरोपों को निराधार बताया है और किसी भी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और जांच की मांग
इस मामले ने कर्नाटक की राजनीति में हलचल मचा दी है। कांग्रेस नेताओं ने विधान सौध के बाहर शुद्धिकरण अनुष्ठान किया, जिसे पुलिस ने रोक दिया। वहीं, भाजपा ने इन आरोपों को राजनीतिक साजिश बताया है। सरकार ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है, जिसकी निगरानी वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी बी.के. सिंह कर रहे हैं।