‘जगन्नाथ रथयात्रा’ में मचा हड़कंप! सबसे आगे चल रहा हाथी हुआ बेकाबू, देखिए खौफनाक Viral Video

देशभर में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा 2025 भव्य उत्सव के रूप में मनाई जा रही है। अहमदाबाद, पुरी, उदयपुर और दीघा जैसे शहरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। इस पावन अवसर पर जहां एक ओर आध्यात्मिक उल्लास दिखाई दिया, वहीं अहमदाबाद में सुबह यात्रा के दौरान एक हाथी के बेकाबू हो जाने से भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।

रथ यात्रा में हाथी बेकाबू, वन विभाग ने हटाया जुलूस से

शुक्रवार सुबह 10 बजे अहमदाबाद की रथ यात्रा में सबसे आगे चल रहे 17 हाथियों में से एक हाथी बेकाबू हो गया। अचानक हुई इस घटना से अफरा-तफरी मच गई और श्रद्धालु इधर-उधर भागने लगे। वन विभाग की टीम ने तत्परता दिखाते हुए हाथी को काबू किया और उसे यात्रा से हटा दिया। यात्रा सुबह 7 बजे जमालपुर मंदिर से शुरू हुई थी और रात तक मंदिर में ही वापसी होगी।

पाहिंद विधि और आरती

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सुबह 7 बजे ‘पाहिंद विधि’ के जरिए रथ यात्रा की शुरुआत की। इससे पहले मंदिर में सुबह 4 बजे मंगला आरती हुई, जिसमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और उनका परिवार भी शामिल हुआ। आरती के बाद भगवान को खिचड़ी का भोग अर्पित किया गया और 5 से 6 बजे के बीच भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा को रथ पर विराजित किया गया।

पहली बार गार्ड ऑफ ऑनर

इस बार अहमदाबाद की रथ यात्रा में पहली बार भगवान जगन्नाथ को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। यात्रा में 18 हाथी, 101 पारंपरिक सांस्कृतिक ट्रक, 30 अखाड़े, 18 भजन मंडलियां और 3 बैंड शामिल हुए। हरिद्वार, अयोध्या, नासिक, उज्जैन, सौराष्ट्र और पुरी से आए करीब 2,500 संतों ने इस ऐतिहासिक आयोजन में भाग लिया।

बारिश के बीच शुरू हुई यात्रा, समय से पहले निकला पहला रथ

हर साल भगवान जगन्नाथ का पहला रथ सुबह 7:10 बजे निकलता है, लेकिन इस वर्ष यह 6:56 बजे ही मंदिर से बाहर लाया गया। बारिश के बीच यात्रा की शुरुआत हुई और भक्तों ने उत्साहपूर्वक रथ को खींचा। बलभद्र का रथ भी जमालपुर मंदिर से रवाना हुआ।

जगन्नाथ यात्रा का वैश्विक केंद्र

पुरी (ओडिशा) में रथ यात्रा दुनिया की सबसे बड़ी मानी जाती है। शुक्रवार को सुबह 6 बजे मंगला आरती और श्रृंगार के बाद खिचड़ी का भोग लगा। दोपहर 3 बजे गजपति राजा दिव्य सिंह देव ने सोने की झाड़ू से रथ के आगे बुहारी देकर यात्रा की शुरुआत की। भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ तीन किलोमीटर दूर मौसी के घर गुंडिचा मंदिर जाते हैं।

दीघा में पहली बार निकली जगन्नाथ रथ यात्रा

पश्चिम बंगाल के दीघा में पहली बार भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जा रही है। यहां बनाए गए रथ पुरी के रथों की प्रतिकृति हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दोपहर 2 बजे मंदिर पहुंचीं और पहिंद रस्म के बाद यात्रा को हरी झंडी दिखाई। दीघा का यह मंदिर अप्रैल 2024 में उद्घाटन के बाद पहली बार रथ यात्रा का साक्षी बना है।

 

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