अखिलेश ने जिन्हें मंच पर बुलाया.. उन कथावाचकों पर लगाए गए फर्जी आधार और छेड़खानी के आरोप, मामले में ट्विस्ट

उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में कथावाचकों को लेकर एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दो अलग-अलग नामों से एक ही व्यक्ति के दो आधार कार्ड और कथित रूप से ब्राह्मण बनकर कथा कहने वाले कथावाचकों पर छेड़खानी और फर्जीवाड़े के आरोपों ने बवाल मचा दिया है।

पीड़िता ने लगाए गंभीर आरोप: कथावाचक ने की छेड़खानी

गांव की महिला रेनू तिवारी और उनके पति जयप्रकाश तिवारी ने मंगलवार देर शाम इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर कथावाचकों पर छेड़खानी और अनुचित व्यवहार के गंभीर आरोप लगाए। महिला का कहना है कि कथावाचक उनके घर कथा कहने आए थे। पहले दिन कथा समाप्त होने के बाद जब वे उन्हें भोजन करा रहे थे, तभी कथावाचक ने अंगुली पकड़कर उनके साथ बदतमीजी की।

पति जयप्रकाश तिवारी बोले

पीड़िता के पति जयप्रकाश तिवारी, जो हरिद्वार में निजी नौकरी करते हैं, ने बताया कि जब उन्होंने कथावाचकों के इस व्यवहार का विरोध किया, तो वे धमकी देने लगे। कथित तौर पर कहा गया, “हमारे संबंध अखिलेश यादव से हैं, हम तुम्हें घर से उठा लेंगे।” जयप्रकाश ने बताया कि उन्हें पहले इन कथावाचकों की असल जाति की जानकारी नहीं थी, लेकिन घटना के बाद उन्हें पता चला कि ये कथावाचक यादव जाति से हैं।

ब्राह्मण समाज महासभा ने भी जताई आपत्ति

ब्राह्मण समाज महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण दुबे ने इस पूरे मामले को बेहद गंभीर बताते हुए कहा कि कथावाचक फर्जी आधार कार्ड बनवाकर ब्राह्मण बन गए और इसी पहचान से गांवों में जाकर कथा कहने लगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब सच्चाई सामने आई तो विवाद हुआ। उन्होंने महिला से छेड़खानी की निंदा की और निष्पक्ष जांच की मांग की।

जांच में बड़ा खुलासा

मामले की गंभीरता इस बात से भी बढ़ गई है कि कथावाचकों के दो आधार कार्ड सामने आए हैं। दोनों कार्ड पर आधार नंबर और फोटो एक ही है, लेकिन नाम अलग-अलग दर्ज हैं। इससे उनकी पहचान और मंशा पर सवाल खड़े हो गए हैं। प्रशासन ने इन आधार कार्डों की जांच शुरू कर दी है।

पुलिस बोली – जांच जारी है

इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने पुष्टि की कि उन्हें पीड़िता से शिकायत प्राप्त हुई है और पूरे मामले की विवेचना की जा रही है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सच्चाई के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

कथावाचकों को सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मिला सम्मान

यह मामला तब और विवादित हो गया जब यह सामने आया कि कथावाचकों को हाल ही में सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा लखनऊ में सम्मानित किया गया था। अब उनके विरुद्ध लगे छेड़खानी और फर्जी पहचान जैसे आरोप इस सम्मान पर भी सवाल उठा रहे हैं।

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