पहली बार चंद्रमा पर दस्तक देगा भारत, आज बीच रात बनेगा अद्भुत इतिहास!

भारत का दूसरा मून मिशन चंद्रयान -2 पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। चंद्रयान-2 मिशन की लॉन्चिंग का इंतजार अब बस कुछ घंटों का ही है। इसरो के सबसे महत्वाकांक्षी मिशन कहे जा रहे चंद्रयान-2 को लेकर देशभर में खासी उत्सुकता है। 15 जुलाई यानी आधी रात के 2:51 बजे यह मिशन लॉन्च होगा और इसके साथ ही भारत पहली बार चंद्रमा पर दस्तक देगा। ऐसा करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश होगा। दुनिया में अंतरिक्ष महाशक्ति कहलाने वाले भारत के लिए यह स्पेस साइंस में बहुत लंबी छलांग है। 50 दिनों से ज्यादा के इस मिशन की लॉन्चिंग के लिए चेन्नै से 100 किलोमीटर उत्तर में स्थित श्रीहरिकोटा में पूरी तैयारी हो चुकी है।

करीब 52 दिन बाद चंद्रयान-2 का लैंडर विक्रम चंद्रमा की सतह पर उतरेगा। अनुमान है कि यह 6 या 7 सितंबर को चंद्रमा पर लैंड करेगा। 11 साल पहले मनमोहन सरकार की ओर से मंजूर किया गया यह प्रॉजेक्ट स्पेस में भारत के सपनों को नए आयाम पर ले जाने वाला है।

978 करोड़ रुपये के इस प्रॉजेक्ट के तहत ‘चंद्रयान 2’ के ऑर्बिटर, लैंडर और रोवर लगभग पूरी तरह भारत में ही डिज़ाइन किए गए और बनाए गए हैं। चंद्रयान 2.4 टन वज़न वाले ऑर्बिटर को ले जाने के लिए अपने सबसे ताकतवर रॉकेट लॉन्चर – GSLV Mk III – का इस्तेमाल करेगा। ऑर्बिटर की मिशन लाइफ लगभग एक साल है।

अमेरिका के राष्ट्रीय सार्वजनिक रेडियो ने भारत के चंद्रयान 2 मिशन को लेकर कहा कि चीन, भारत के साथ ही इज़राइल और दक्षिण कोरिया जैसे छोटे देश भी चंद्रमा पर पैठ बनाने के लिए रोबोटिक मिशन को अंजाम दे रहे हैं। चांद से जुड़ी उनकी महत्वाकांक्षाएं तकनीकी कौशल दिखाने की इन देशों की इच्छा का ही नतीजा हैं। साथ ही, ये देश ग्लोबल नेशनलिज़्म की होड़ में भी शामिल हो रहे हैं।

Related Articles

Back to top button