अगर भारत-पाक युद्ध हुआ.. तो टारगेट पर होंगी यह जगह, ऑइल रिफाइनरी.. एयरपोर्ट.. एयरबेस.. और

भारत और पाकिस्तान के बीच के युद्धों में रणनीतिक लक्ष्यों का चयन निर्णायक भूमिका निभाता है। इन लक्ष्यों में रिफाइनरी, एयरपोर्ट, एयरबेस, हाईराइज इमारतें और फ्यूल डिपो शामिल हैं, जो दुश्मन की सैन्य और आर्थिक क्षमता को कमजोर करने के लिए निशाना बनाए जाते हैं।
रिफाइनरी: ईंधन आपूर्ति की धुरी
रिफाइनरियां सैन्य वाहनों, विमानों और जहाजों के लिए आवश्यक ईंधन का स्रोत होती हैं। 1971 के युद्ध में भारतीय वायुसेना ने अट्टक रिफाइनरी पर हमला किया, जिससे पाकिस्तान की ईंधन आपूर्ति बाधित हुई और उसकी सैन्य गतिविधियां प्रभावित हुईं।
एयरपोर्ट और एयरबेस: हवाई शक्ति का केंद्र
एयरबेस और हवाई अड्डे वायुसेना के संचालन के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। 1965 में भारतीय वायुसेना ने सरगोधा एयरबेस पर हमला किया, जबकि 1971 में तेजगांव और कुर्मिटोला एयरबेस को निशाना बनाया गया, जिससे पाकिस्तान की हवाई शक्ति कमजोर हुई।
हाईराइज इमारतें: प्रतीकात्मक और मनोवैज्ञानिक प्रभाव
हाईराइज इमारतें शहरी क्षेत्रों में कमांड सेंटर या संचार केंद्र हो सकती हैं। हालांकि, भारत-पाकिस्तान युद्धों में इन्हें सीधे तौर पर निशाना बनाने के उदाहरण सीमित हैं, लेकिन 2019 के बालाकोट हवाई हमले में जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविर को निशाना बनाया गया, जो एक इमारत थी।
फ्यूल डिपो: सैन्य अभियानों का आधार
फ्यूल डिपो सैन्य अभियानों के लिए ईंधन का भंडारण करते हैं। 1971 में भारतीय वायुसेना ने चटगांव और नारायणगंज के फ्यूल डिपो पर हमले किए, जिससे पाकिस्तान की 75% तेल आपूर्ति प्रभावित हुई और उसकी नौसेना और वायुसेना की गतिविधियां सीमित हो गईं।
1971 बनाम 2025: रणनीति में बदलाव
1971 के युद्ध में भारत ने पाकिस्तान की सैन्य और आर्थिक क्षमता को कमजोर करने के लिए रणनीतिक लक्ष्यों को निशाना बनाया। वर्तमान में, तकनीकी उन्नति और साइबर क्षमताओं के विकास के साथ, युद्ध की रणनीतियों में भी बदलाव आया है, जिसमें साइबर हमले और सूचना युद्ध शामिल हैं।
भविष्य की रणनीति
भारत-पाकिस्तान के बीच संभावित संघर्ष में रणनीतिक लक्ष्यों का चयन निर्णायक होगा। रिफाइनरी, एयरबेस और फ्यूल डिपो जैसे लक्ष्यों को निशाना बनाकर दुश्मन की सैन्य और आर्थिक क्षमता को कमजोर किया जा सकता है। साथ ही, साइबर और सूचना युद्ध की रणनीतियों को भी अपनाना आवश्यक होगा