पॉल दीनाकरण की जीसस कॉल्स पर आयकर विभाग के छापे

चेन्नई, आयकर विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को तमिलनाडु में जीसस कॉल्स नाम से प्रसिद्ध संस्था और पॉल दीनाकरण के निवास और व्यवसायिक कार्यालय पर कर चोरी के आरोपों को लेकर छापेमारी की।


आयकर विभाग के अधिकारियों ने राज्य में मिशनरी संस्था से जुड़े 28 अलग-अलग स्थानों पर सुबह छापेमारी शुरू की। विभाग ने चेन्नई, कोयम्बटूर, त्रिची और टेक्सटाइल में करुण्य विश्वविद्यालय सहित संस्था से जुड़े अस्पताल और संबंधित अन्य संस्थानों पर भी छापेमारे की।


आयकर विभाग ने दरअसल दीनाकरण और जीसस कॉल्स के खिलाफ टैक्स की चोरी और विदेशी धन की अनियमितता की कई शिकायतों को लेकर यह छापेमारी की है। पॉल दीनाकरण डीजीएस दीनाकरण का बेटा है जिसकी तमिलनाडु में ईसाई समुदाय के बीच गहरी और मजबूत पकड़ है तथा वह राज्य में कई संस्थाओं को भी चलाता है। जीसस कॉल्स संस्था की शुरुआत वर्ष 1962 में डीजीएस दीनाकरण ने की थी।

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जीसस कॉल्स की वेबसाइट के अनुसार उनकी संस्था तमिलनाडु में ईसाई धर्म को लेकर उपदेश देती है।
आयकर विभाग से जुड़े सूत्रों ने कहा है कि छापेमारी का सबसे प्राथमिक कारण इस बात की पुष्टि करना है कि क्या कर की कोई हेरा-फेरा या चोरी की गई है। उन्होंने कहा,“ क्योंकि जीसस कॉल्स एक बड़ी संस्था है, इसलिए इस संबंध में छापेमारी के बाद ही कोई अधिक जानकारी दे सकेंगे।”


जीसस कॉल्स इसके अलावा कई योजनाओं के जरिये चंदा भी लेता है जो जांच के दायरे में हो सकता है।

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