मुंबई अंडरवर्ल्ड की भी पसंद रहे बुरहानपुर के अवैध हथियार बुरहानपुर 4 अगस्त

मुंबई अंडरवर्ल्ड की भी पसंद रहे बुरहानपुर के अवैध हथियार बुरहानपुर 4 अगस्त

मुंबई अंडरवर्ल्ड की भी पसंद रहे बुरहानपुर के अवैध हथियार
बुरहानपुर 4 अगस्त। खालिस्तानी आंतककियों तक अपनी पैंठ बनने वाले बुरहानपुर के अवैध हथियारों का अपराध की दुनिया से पुराना रिशता है।नबबे के दशक में बुरहानपुर के दूरस्थ गॉव पाचौरी में बने अवैध हथियार देशी कटटे-पिस्टल मुंबई अंडरवर्ल्ड की पंसद रहे है।जब देश में नए और आधुनिक ‍हथियार अपराधियों की पहॅच से दूर थे! उस दौर में अपराधियों की पहली पसंद स्थानीय स्तर पर बने अच्छे और सस्ते हथियार होते थे। जिला मुख्यालय से करीब 67 किलोमीटर दूर सतपुडा की ऊची पहाडी पर बसे छोटे से सिकलीगर बहुल गॉव में नबबे के दौर में कुछ परिवार परंपरागत चाकू,छुरी,कटार और तलवारों के निर्माण को छोड उस दौर की युवा पीढी ने नए हथियारो देशी कटटे-पिस्टले बनने का कार्य शुरू किया। जब इनकों बेचने की बारी आई तो मुंबई का रूख किया। बुरहानपुर के दिल्ली-मुंबई रेल रूट पर होने से इनकी सप्लाई मे कोई दिक्कते नही आने लगी। बुरहानपुर में बने देशी कटटे-पिस्टल टिकाउ और सस्ते होने से हर जगह पसंद किए जाने लगे। गेलोनाईज पाईप की नाल और अच्छी किस्म का लोहा उपयोग करने से इन देशी कटटे-‍पिस्टलों का फायर के समय नही फंसने और बैरल के नही फटने से इनकी मॉग बढी। मुंबई की कई गैंगवारों में इनके उपयोग की जानकारी पर मुंबई पुलिस ने वर्ष 1990 से 2000 के बीच कई बार यहा आकर दबिश भी दी। नबबे के दौर में बुरहानपुर आए अंडर वल्र्ड के बेताज बादशाह हाजी मस्तान ने भी स्वीकार था कि यहा बने हथियारो की पहुच मुंबई तक है।कुछ वर्ष पूर्व बुरहानपुर आए मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त अरविंद इनामदार ने भी माना था कि अंडरवर्ल्ड को हथियारों की सप्लाई मध्यप्रदेश से है।इसमें बुरहानपुर भी है।

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