कोरोना संक्रमण से ठीक होने के एक महीने बाद भी न मिले राहत, तो जानें क्या करें?

नई दिल्ली. कोरोना की दूसरी लहर (Covid-19) के दौरान देश भर में लाखों लोगों की जान गई. कई एक्सपर्ट्स एक बार फिर से कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जता रहे हैं. ऐसे में अभी कोरोना का खतरा टला नहीं है. ये खतरनाक वायरस न सिर्फ हमारे फेफड़ों पर हमला करता है, बल्कि पूरे शरीर को हिला कर रख देता है. कोरोना से संक्रमित मरीज़ महीनों तक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच तड़पते रहते हैं. चिंता की बात ये है कि कोरोना से ठीक होने के बाद भी मरीज कई तरह की बीमारियों से घिर जाते हैं. कोरोना से अब तक देश में 4 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.अब भी देश भर में साढे तीन लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं. आईए एक नज़र डालते हैं कि अगर कोरोना से जल्दी ठीक नहीं हुए तो ऐसे में मरीजों को क्या करना चाहिए.

अगर ठीक होने के बाद भी राहत न मिले तो क्या करें?
कोरोना से ठीक होने के बाद भी लोगों को कई दिक्कतों का समान करना पड़ता है. डॉक्टरों के मुताबिक कोरोना के कई लक्षण धीरे-धीरे खत्म होते हैं. ऐसे में मरीजों को हमेशा डॉक्टरों से सम्पर्क करने की सलाह दी जाती है. डॉक्टरों के मुताबिक कोरोना से ठीक होने के बाद कई पुरानी बीमारियां उभर आती है.

कोरोना से रिकवरी क्यों नहीं है आसान?
वायरल बीमारी से ठीक होने में कुछ समय लगता है और COVID-19 जैसी गंभीर बीमारी के साथ, जो कई आंतरिक अंगों के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती है. सामान्य स्थिति में वापस आने में कुछ समय लग सकता है, खासकर यदि कोई पहले से किसी बीमारी से ग्रसित है. गंभीर संक्रमण के मामलों में, वायरल सूजन फेफड़ों और छाती जैसे महत्वपूर्ण अंगों को व्यापक नुकसान पहुंचा सकती है. न केवल रोगियों को सांस लेने की सुविधा के लिए बाहरी ऑक्सीजन के उपयोग की आवश्यकता होती है, सामान्य फेफड़ों के कार्य को फिर से शुरू करने में कुछ समय लग सकता है. कुछ लोग महीनों तक लगातार COVID-19 लक्षणों का अनुभव कर सकते हैं.

कैसे पता चला कि कोरोना का असर आप पर लंबे समय तक रहेगा?
ये पहचानना महत्वपूर्ण है कि संक्रमण के प्रकार और गंभीरता के आधार पर, संक्रमण के बाद आपके लक्षण अलग हो सकते हैं. COVID लंबे समय तक चलने वाले, या जो लंबे समय से COVID लक्षणों से जूझ रहे हैं, उनमें संक्रमण के समान लक्षण दिखाई देते हैं. ठीक होने के बाद के कुछ सबसे आम लक्षणों में थकान, कम प्रतिरक्षा, सुस्त खांसी, मायलगिया, चिंता, नींद की समस्याओं का सामना करना, पाचन संबंधी बीमारियां आदि शामिल हैं. लक्षण कुछ ही हफ्तों में ठीक हो जाते हैं, लेकिन कभी-कभी, लक्षणों में अधिक समय लग सकता है.

डॉक्टर से कब लें सलाह?
ऐसे लोगों को डॉक्टरों की सलाह की ज्यादा जरुरत पड़ती है जो लंबे समय तक आईसीयू में रहे हों. लिहाजा़ जरूरत इस बात की है कि वो लगातार डॉक्टरों से सलाह लेते रहे. यदि कोई व्यक्ति कोरोना के बाद के लक्षणों या किसी भी जटिलता से जूझ रहा है, तो यह समझदारी होगी कि डॉक्टर के पास फॉलो-अप विजिट को न छोंड़े.

Related Articles

Back to top button