किसी राष्ट्र को नष्ट करना है तो उसकी राष्ट्रीय धरोहर नष्ट कर दें वह राष्ट्र नष्ट हो जाएगा – प्रोफेसर राम अचल सिंह

 

नई शिक्षा नीति पर देशव्यापी जागरूकता की जरूरत

गोरखपुर। विद्या भारती गोरक्ष प्रांत द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर देश व्यापी जागरूकता अभियान के अंतर्गत एक पत्रकार वार्ता का आयोजन सरस्वती शिशु मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का पक्की बाग में आयोजित हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम के दौरान प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों को अंग वस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य वार्ताकार विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष प्रोफेसर राम अचल सिंह उपस्थित हुए जिनका अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में प्रोफेसर राम अचल सिंह ने नई शिक्षा नीति पर अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर देशव्यापी जागरूकता अभियान करने की आवश्यकता है।

विद्या भारती 11 सितंबर से राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर एक राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान शुरू करेगा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत सुधारों के दायरे पैमाने और प्रभाव पर व्यापक चर्चा के अलावा प्रतियोगिता भी शामिल होगी 25 सितंबर से 2 अक्टूबर तक ऑनलाइन के माध्यम से सोशल मीडिया व वेबसाइट www.mynep.in में My NEP पर आधारित लोकप्रिय एवं आकर्षक प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। उन्होंने कहा कि अगर किसी राष्ट्र को नष्ट करना है तो कुछ करने की आवश्यकता नहीं आप वहां के इतिहास को, संस्कृति को, दर्शन को, राष्ट्रीय स्वाभिमान, राष्ट्रीय गौरव को नष्ट कर दीजिए वह राष्ट्र नष्ट हो जाएगा।

उन्होंने एक शेर के माध्यम से संदेश दिया कि यूनान, मिस्र, रोम सब मिट गए जहां से, कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी,। यूनान, मिस्र और रोम विश्व के नक्शे पर अब भी वही पर है, जहां पहले थे फिर मिटने का अर्थ क्या है, मिटने का अर्थ यह है कि वहां की जो सांस्कृतिक धरोहर थी, जो राष्ट्रीय धरोहर थी उसे नष्ट कर दिया, इसलिए वह राष्ट्रीय नष्ट हो गए। नई शिक्षा नीति में जो हमारी राष्ट्रीय धरोहर है, उस को शामिल किया गया है, क्योंकि हमारी शिक्षा के पाठ्यक्रम जो भी बने, उसको पढ़ाने वाले ऐसे ढंग से पढ़ाएं कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर जरूर आए। ताकि बच्चों के चरित्र का निर्माण हो सके, उनके ऊपर संस्कार डाले जा सके, राष्ट्र की हित का अखंडता का भाव पैदा हो, सेवा समर्पण का भाव पैदा हो, क्योंकि जब तक व्यक्ति योग्य नागरिक नहीं बनेगा तब तक राष्ट्र का कल्याण होने वाला नहीं है।

इस दौरान शिशु शिक्षा समिति गोरक्ष प्रांत के प्रदेश निरीक्षक कमलेश कुमार सिंह, मारवाड़ इंटर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य रामनाथ गुप्ता, शिशु शिक्षा समिति गोरक्ष प्रांत की उपाध्यक्ष कीर्ति पांडे कीर्ति, जन शिक्षा समिति गोरक्ष प्रांत के प्रदेश निरीक्षक शिवाजी राय, प्रधानाचार्य सरस्वती शिशु मंदिर पक्की बाग धीरेंद्र कुमार सिंह, प्रधानाचार्य सरस्वती शिशु मंदिर बालिका इंटर कॉलेज सूर्य कुंड सरोज तिवारी, सरस्वती शिशु मंदिर पक्की बाग के प्रबंधक बलराम अग्रवाल सहित सरस्वती शिशु मंदिर के अन्य शिक्षक व शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।

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