आज का इतिहास: गिनीज बुक

दुनियाभर के अजीबोगरीब रिकॉर्ड्स को दर्ज करने वाली गिनीज बुक पहली बार आई थी सामने

आज गिनीज बुक का 66वां जन्मदिन है। अक्सर आप खबरों में देखते-पढ़ते होंगे कि फलां-फलां व्यक्ति का नाम गिनीज बुक में दर्ज किया गया। क्या आपने कभी सोचा है कि ये गिनीज बुक किसने बनाई है? क्यों बनाई है? और इसका इतिहास क्या है?

आज के इतिहास में हम आपको गिनीज बुक के बारे में ही बताएंगे क्योंकि आज ही के दिन 1955 में गिनीज बुक पहली बार पब्लिश हुई थी।

गिनीज बुक की कहानी शुरू होती है 1950 के दशक से। आयरलैंड में गिनीज ब्रेवरी कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर सर ह्यूज बीवर अपने दोस्तों के साथ पक्षियों का शिकार कर रहे थे। तभी उनके सामने से चिड़ियों का एक झुंड बड़ी तेजी से गुजर गया। ह्यूज और उनके साथी हैरत में पड़ गए कि इतनी तेजी से उड़ने वाले ये पक्षी आखिर हैं कौन? सब अलग-अलग जवाब देने लगे, लेकिन परेशानी ये थी कि किसका जवाब सही है, ये पता करने का कोई तरीका नहीं था। ह्यूज और उनके दोस्तों ने किताबों में भी देखा, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली।

तब ह्यूज को ये आइडिया आया कि एक ऐसी किताब बनाई जाए जिसमें सारे फैक्ट्स हो। 1954 में ह्यूज ने इस आइडिया को दो जुड़वां भाइयों नोरिस और रोस के साथ शेयर किया। ये दोनों लंदन में एक फैक्ट फाइंडिंग एजेंसी में काम करते थे। दोनों को ये आइडिया पसंद आया और गिनीज बुक पर काम शुरू हुआ।

नोरिस और रोस।

लंदन की फ्लीट स्ट्रीट पर एक पुराने जिम को ऑफिस का रूप दिया गया और इस तरह दो रूम का ऑफिस शुरू हुआ। 27 अगस्त 1955 को पहली बुक पब्लिश हुई। 198 पेज की ये बुक लोगों में इतनी पॉपुलर हुई कि दिसंबर तक ब्रिटेन में बेस्टसेलर बन गई। अगले ही साल अमेरिका में बुक लॉन्च की गई। 1960 तक बुक की 5 लाख कॉपी बिक चुकी थीं। इसके बाद अलग-अलग भाषाओं में बुक पब्लिश की जाने लगी। आज 100 से ज्यादा देशों में 37 अलग-अलग भाषाओं में गिनीज बुक पब्लिश होती है।

1979: लॉर्ड माउंटबेटन की मौत

भारत के आखिरी वायसराय और आजादी के बाद पहले गवर्नर जनरल लॉर्ड माउंटबेटन की 27 अगस्त 1979 को हत्या कर दी गई थी। वे अपने परिवार के साथ छुट्टियां मनाने निकले थे। तभी आयरिश उग्रवादियों ने उनकी नाव को बम धमाके से उड़ा दिया था। हमले में माउंटबेटन और उनके दो पोते निकोलस व पॉल मारे गए थे।

दरअसल आयरलैंड में क्लिफॉने नाम का एक गांव है। माउंटबेटन हर साल अपने परिवार के साथ इस गांव में छुट्टियां बिताने आया करते थे। 26 अगस्त को माउंटबेटन हर साल की तरह इस बार भी यहां आए और समुद्र में मछलियां पकड़ने निकल पड़े। उन्होंने मछलियों के लिए जाल बिछाया और गांव लौट गए। प्लान ये था कि जाल रातभर समुद्र में लगा रहता और सुबह आकर माउंटबेटन जाल में फंसी मछलियों को निकाल लेते।

26-27 अगस्त की रात को आयरिश रिपब्लिकन आर्मी के कुछ लोगों ने उनकी नाव में विस्फोटक लगा दिए।

अगले दिन यानी 27 अगस्त को सुबह करीब 11 बजे माउंटबेटन जाल में फंसी मछलियों को लेने दोबारा समुद्र में लौटे। नाव समुद्र में थी तभी 11 बजकर 46 मिनट पर नाव में जोरदार धमाका हुआ। नाव के परखच्चे उड़ गए और 3 लोग हमले में मारे गए। मरने वालों में लॉर्ड माउंटबेटन भी थे।

हादसे के बाद माउंटबेटन के शव को निकालते लोग।

हादसे की जांच शुरू हुई। एजेंसियों ने आयरिश रिपब्लिकन आर्मी के दो लोगों को गिरफ्तार किया। इनके नाम थे- थॉमस मैकमहोन और फ्रैंसिस मैकगर्ल। मैकमहोन को 19 साल की जेल की सजा सुनाई गई। फ्रैंसिस को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया।

1907: सर डॉन जॉर्ज ब्रैडमैन का जन्म

क्रिकेट की दुनिया के बादशाह कहे जाने वाले डोनॉल्ड जॉर्ज ब्रैडमैन का आज जन्मदिन है। 27 अगस्त 1908 को उनका जन्म ऑस्ट्रेलिया में हुआ था। उनके क्रिकेट करियर के कुछ रिकॉर्ड ऐसे हैं, जिन्हें आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है।

ब्रैडमैन ने 1928 में 20 साल की उम्र में अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने पहली पारी में 18 और दूसरी पारी में केवल 1 रन बनाया था। इंग्लैंड ने ये मैच 675 रनों से जीत लिया था। ब्रैडमैन की टीम 66 रनों पर ही ऑल आउट हो गई थी।

जॉर्ज ब्रैडमैन के साथ सचिन तेंदुलकर।

ब्रैडमैन का टेस्ट क्रिकेट में बैटिंग एवरेज 99.94 है। कोई दूसरा बल्लेबाज इस आंकड़े के आसपास भी नहीं है। 1948 में ब्रैडमैन अपने करियर का आखिरी टेस्ट खेल रहे थे। अगर इस पारी में वे 4 रन बनाते तो उनका बैटिंग एवरेज 100 पर पहुंच जाता, लेकिन वह दूसरी ही गेंद पर जीरो पर आउट हो गए।

ब्रैडमैन के नाम टेस्ट क्रिकेट में 12 डबल सेंचुरी है। उनके इस रिकॉर्ड को आज तक कोई तोड़ नहीं पाया है। साथ ही टेस्ट क्रिकेट में एक दिन में सबसे ज्यादा (309 रन) का रिकॉर्ड भी ब्रैडमैन के नाम है।

27 अगस्त को इतिहास में इन महत्वपूर्ण घटनाओं की वजह से भी याद किया जाता है…

2008: नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से बराक ओबामा राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनाए गए।

2003: मंगल ग्रह करीब 60 हजार सालों बाद पृथ्वी के सबसे करीब से निकला। इस दौरान मंगल और पृथ्वी के बीच की दूरी 5.57 करोड़ किलोमीटर थी।

1870: शशिपद बनर्जी ने भारत के पहले मजदूर संगठन श्रमजीवी मजदूर संघ की स्थापना की।

1859: देश के महान उद्योगपति दोराबजी टाटा का जन्म हुआ था। उन्होंने ही टाटा स्टील की नींव रखी थी।

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