सिपाही करने जा रहा था छठी शादी.. थाने पहुंच गई 5वीं बीवी, पुलिस के सामने हुआ चौंकाने वाला खुलासा

शादी को मजाक समझने वाले एक हेड कांस्टेबल की कलई तब खुली, जब उसकी पांचवीं पत्नी थाने पहुंच गई। पीड़ित पत्नी शिक्षिका है, जबकि आरोपी साहब हरियाणा पुलिस में तैनात हैं और छठी शादी की तैयारी में व्यस्त थे। मामला मेरठ के कंकरखेड़ा थाने का है, जहां अब इस ‘शादीप्रेमी’ हेड कांस्टेबल पर धोखाधड़ी, दहेज उत्पीड़न और मारपीट का केस दर्ज किया गया है।
शादी के नाम पर छल, पांचवीं बार भी धोखा
बरेली के सरकारी स्कूल में तैनात सहायक शिक्षिका रश्मि तोमर की शादी वर्ष 2023 में मुजफ्फरनगर निवासी राहुल से हुई थी। राहुल फिलहाल गुरुग्राम पुलिस मुख्यालय में समन सेल में तैनात हैं। रश्मि को लगा था कि उन्होंने एक जिम्मेदार और वर्दीधारी जीवनसाथी चुना है, लेकिन कुछ ही समय में सच्चाई सामने आ गई—यह उनकी पहली नहीं, बल्कि पांचवीं शादी थी। और अब जनाब छठी शादी की स्क्रिप्ट भी तैयार कर रहे थे।
दहेज नहीं मिला तो मारपीट शुरू
शिक्षिका रश्मि का आरोप है कि शादी के बाद राहुल ने शराब पीकर दहेज की अतिरिक्त मांग शुरू कर दी। मांगे पूरी न होने पर मारपीट का सिलसिला चालू हो गया। इस घरेलू हिंसा की पटकथा में राहुल के जेठ प्रशांत कुमार और सास सतवीरी भी सह-कलाकार के रूप में सक्रिय रहे। कई बार दोनों पक्षों में सुलह की कोशिश हुई, लेकिन राहुल साहब को शायद सुलह से ज़्यादा ‘शादी’ पसंद है।
पति की छठी शादी की भनक लगी, तो टूटा सब्र
उधर, शादी के लगभग एक साल बाद रश्मि को पता चला कि वह केवल एक ‘एपिसोड’ हैं—चार पहले से और एक अगली कास्टिंग की तैयारी चल रही है। जब उसने विरोध किया तो राहुल ने रश्मि को बरेली जाकर न केवल मारपीट की, बल्कि इस हिंसा के कारण शिक्षिका का गर्भ भी गिर गया। बात सिर्फ धोखा नहीं, एक महिला की अस्मिता और स्वास्थ्य से खिलवाड़ तक जा पहुंची।
मायके में छोड़कर ‘गायब’ हो गया कांस्टेबल
पीड़िता का आरोप है कि राहुल उसे जबरन कार में बैठाकर मेरठ लाया और मायके में छोड़कर भाग गया। यह मामला अब पुलिस के रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है और जांच शुरू कर दी गई है। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि जांच के आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
वर्दी का नहीं रहा डर, शादी बन गई ‘शौकिया शृंखला’
सवाल ये है कि जब एक हेड कांस्टेबल इतनी आसानी से कानून को ठेंगा दिखा सकता है, तो आम आदमी से क्या उम्मीद करें? शादी जैसे पवित्र बंधन को मजाक बना देना और एक महिला की ज़िंदगी को ‘सीजन’ की तरह ट्रीट करना समाज के लिए चिंताजनक है। इस पूरे घटनाक्रम ने पुलिस महकमे की भी गरिमा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।