दर्दनाक: महिला साधू की डंडे से पीटकर निर्मम हत्या, जिसको दिया सहारा उसी ने उतारा मौत के घाट !

कोतवाली हाथरस जंक्शन क्षेत्र के मेंडू स्थित भैरव मंदिर के पास 70 वर्षीय साधु रेखा देवी का शव झोपड़ी में डंडे से बुरी तरह पीटे जाने के बाद मिला। पुलिस जांच शुरू कर दी है और स्थानीय लोग घटना की भयावहता से सहम गए हैं। यह घटना महिला सुरक्षा और साधु-संप्रदाय की जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े करती है।

घटना विवरण – शिनाख्त और पीट-पीटकर हत्या

मृतक का नाम रेखा देवी (70) बताया जा रहा है, जो वर्ष 2005–06 में साधु बनीं और पिछले 20 साल से भैरव मंदिर के समीप झोपड़ी में रह रही थीं।

कथित आरोपी नेम सिंह उर्फ फौजी भी उसी झोपड़ी में उनके साथ रहता था। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने कई बार मारपीट की, और सोमवार–मंगलवार की रात को डंडे से वार करने पर उनकी मौत हो गई।

पुलिस का दावा और जांच की शुरुआत

विशेष सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। स्थानीय लोगों ने जांच में सहयोग किया।

शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आरोपी फरार बताया जा रहा है। पुलिस अब तक आरोपी की तलाश में जुटी है।

लोकल सनसनी और समुदाय की प्रतिक्रिया

घटना की जानकारी मिलते ही आसपास का इलाका दहशत में आ गया।

साधु‑संत समाज और स्थानीय नागरिकों में साधुओं की सुरक्षा और नियमित हिंसा पर सवाल उठ गए हैं—विशेषकर जब हत्या एक साथी साधु ने ही की हो।

इस तरह की वारदात ने क्षेत्रीय प्रशासन की सोच और सुरक्षा नीतियों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

महिला सुरक्षा और जिम्मेदारी – एक बड़ी बहस

वृद्ध महिला साधुओं की दशा मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर दुर्बल रहती है।

यह मामला न केवल महिला सुरक्षा, बल्कि धार्मिक स्थलों पर रहने वाले साधुओं की सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक जवाबदेही को भी गंभीरता से सामने लाता है।

आगे की क्या योजना है?

पुलिस को जांच के लिए 24–48 घंटे का समय मिला है।

पोस्टमार्टम के परिणाम और आरोपियों की पहचान सामने आने पर गिरफ्तारी संभव है।

प्रशासन ने आदेश दिया है कि साधु‑संत समुदाय की सुरक्षा बढ़ाने के तरीकों पर पुनर्विचार हो और ऐसे संवेदनशील इलाकों में निगरानी तेज हो।

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