हैवानियत: स्टेशन पर खड़ी ट्रेन में गैंगरेप के बाद ट्रैक पर फेंका.. पीड़िता की हालत नाजुक, CCTV से खुला..

रेलवे स्टेशन पर मानसिक रूप से परेशान एक महिला के साथ ट्रेन में सामूहिक दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला सामने आया है। महिला को बाद में सोनीपत में रेलवे ट्रैक पर गंभीर हालत में पाया गया, जहां ट्रेन की चपेट में आने से उसका एक पैर कट गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) ने जांच तेज कर दी है और एसपी निकिता गहलोत के निर्देश पर एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया है।
एसआईटी गठित, डीएसपी अंबाला के नेतृत्व में जांच शुरू
GRP की एसपी निकिता गहलोत ने मामले की उच्चस्तरीय जांच के लिए अंबाला के डीएसपी राजेश कुमार की अध्यक्षता में एक एसआईटी टीम गठित की है। जांच टीम में पानीपत जीआरपी प्रभारी राजेश कुमार, गन्नौर की महिला एएसआई नरेश कुमारी और सीआईए यूनिट के अधिकारी शामिल हैं। टीम ने पानीपत, गन्नौर और सोनीपत रेलवे स्टेशनों पर लगे 20 से अधिक CCTV कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है।
CCTV फुटेज और गवाहों से जुटाए जा रहे सुराग
जांच टीम ने पीड़िता द्वारा दिए गए बयान के अनुसार रेलवे स्टेशन पर उसकी गतिविधियों से जुड़े सभी CCTV फुटेज की जांच शुरू कर दी है। हालांकि, फिलहाल पीड़िता कथित घटना के समय किसी भी कैमरे में नजर नहीं आ रही है, जिससे पुलिस की जांच और भी जटिल हो गई है। टीम ने रेलवे स्टेशन पर खानपान सामग्री बेचने वाले वेंडरों से पूछताछ शुरू की है ताकि घटना की पुष्टि या खंडन किया जा सके।
कैसे हुआ खौफनाक हादसा
रोहतक PGI अस्पताल में इलाज के दौरान महिला ने बताया कि वह अपने घर से बिना बताए निकली थी और पानीपत रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर एक कुर्सी पर बैठी थी। तभी एक अजनबी युवक ने आकर उसे बुलाया और माल गोदाम के पास खड़ी खाली ट्रेन में ले जाकर बलात्कार किया। उसके बाद वहां तीन से चार और युवक पहुंचे और सामूहिक दुष्कर्म किया। महिला के अनुसार जब वह वहां से भागने की कोशिश कर रही थी, तो उसका पैर किसी केमिकल युक्त स्थान पर फिसल गया और वह सीधे रेलवे ट्रैक पर जा गिरी। उसी समय ट्रेन आ गई जिससे उसका एक पैर कट गया।
मुखबिरों को सक्रिय किया गया, जांच में हर बिंदु की पड़ताल
GRP की सीआईए टीम ने अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर दिया है ताकि घटनास्थल और संभावित आरोपियों के बारे में पुख्ता जानकारी मिल सके। टीम ने घटना वाले दिन शाम से लेकर रात तक की हर गतिविधि को जांच में शामिल किया है। टीम का प्रयास है कि महिला के दावों की पुष्टि या खंडन वीडियो फुटेज, गवाहों और साक्ष्यों के माध्यम से किया जा सके।
जांच के सामने चुनौतियाँ और पुलिस की अगली रणनीति
इस केस में सबसे बड़ी चुनौती है कि पीड़िता मानसिक रूप से अस्वस्थ है, जिससे उसकी याददाश्त और बयान की विश्वसनीयता पर सवाल उठते हैं। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या महिला के बयान तथ्यों से मेल खाते हैं या नहीं। सभी संभावित एंगल्स, जैसे झूठी कहानी, दुष्कर्म या दुर्घटना—को समान रूप से देखा जा रहा है। SIT टीम ने हर सुराग की गहराई से पड़ताल शुरू कर दी है।
न्याय की ओर पहला कदम
पानीपत की यह घटना न केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश को झकझोरने वाली है। जांच में शामिल अधिकारी हर कोण से सच्चाई सामने लाने की कोशिश में लगे हैं। महिला की हालत गंभीर बनी हुई है और पुलिस पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए पूरा प्रयास कर रही है। अब यह देखना होगा कि SIT की जांच किस दिशा में जाती है और दोषियों को कब तक सलाखों के पीछे पहुंचाया जाता है।