भगवान का डर: चोरी से पहले ढकी शिव जी और हनुमान जी की मूर्ती.. CCTV में कैद अनोखी वारदात, देखें..

मध्य प्रदेश के गुना जिले से एक चौंकाने वाली चोरी की घटना सामने आई है, जिसने सभी को हैरत में डाल दिया है। राघौगढ़ स्थित जेपी इंजीनियरिंग कॉलेज को हाई सिक्योरिटी जोन माना जाता है, लेकिन यहां चोरों ने न सिर्फ पांच प्रोफेसरों के बंगलों में धावा बोला, बल्कि चोरी से पहले भगवान की मूर्तियों का चेहरा भी चादर से ढक दिया। चोरी के दौरान चोरों ने गहने, नकदी और कीमती सामान समेटा और जाते-जाते फ्रिज खोलकर कोल्ड ड्रिंक भी पी गए।
प्रोफेसर्स के पांच बंगलों को बनाया निशाना
घटना 24 जून की दरम्यानी रात की है जब ज्यादातर प्रोफेसर गर्मी की छुट्टियों में अपने घरों से बाहर थे। इसी दौरान चोर जेपी इंजीनियरिंग कॉलेज के भीतर दाखिल हुए। उन्होंने फेंसिंग काटी और एक-एक करके पांच प्रोफेसरों के बंगलों के ताले तोड़े। हर बंगले में घुसकर चोरों ने अलमारियों से सोने-चांदी के गहने, नकदी और अन्य कीमती सामान चुरा लिया।
भगवान की मूर्तियों का ढका चेहरा, फिर चोरी
इस घटना को असामान्य बनाती है चोरों की एक ‘आस्था भरी’ हरकत। चोरी शुरू करने से पहले चोरों ने भगवान की मूर्तियों के चेहरे को पर्दे से ढक दिया। मानो वे अपने जुर्म को भगवान की निगाहों से छुपाना चाह रहे हों। इस हरकत ने सोशल मीडिया और स्थानीय लोगों के बीच खलबली मचा दी है।
कोल्ड ड्रिंक पी और आराम से निकले बाहर
चोरों की दुस्साहसी हरकत यहीं नहीं रुकी। एक प्रोफेसर के अनुसार, चोर चोरी करने के बाद फ्रिज खोलकर उसमें रखी ठंडी कोल्ड ड्रिंक भी पी गए और बिना किसी हड़बड़ी के आराम से निकल गए। इससे साफ जाहिर होता है कि वे पूरी तैयारी और आत्मविश्वास के साथ आए थे।
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, जांच जारी
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और एफआईआर दर्ज की गई। एएसपी मानसिंह ठाकुर ने बताया कि फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है, जिसने घटनास्थल की जांच की है। फिलहाल आरोपी फरार हैं और सीसीटीवी फुटेज व अन्य तकनीकी सबूतों के आधार पर जांच की जा रही है।
प्रोफेसर्स ने उठाए सुरक्षा पर सवाल
प्रोफेसर अल्पना राठी ने बताया कि उनके घर से लाखों रुपए के गहने और नकदी चोरी हो गई। उन्होंने कहा कि हम घर पर नहीं थे, चोर ताले तोड़कर अलमारियां खोल ले गए। एक अन्य प्रोफेसर ने कहा कि “कॉलेज को हाई सिक्योरिटी एरिया कहा जाता है, लेकिन इस घटना ने सुरक्षा की पोल खोल दी है।”
आस्था के नाम पर जुर्म की नई परिभाषा?
इस घटना ने न केवल सुरक्षा तंत्र पर सवाल उठाए हैं बल्कि चोरी जैसे अपराध में चोरों की मानसिकता और योजनाबद्ध तरीके से काम करने की शैली को भी उजागर किया है। भगवान की मूर्तियों को ढंकना और कोल्ड ड्रिंक पीकर निकल जाना – यह सामान्य चोरी नहीं बल्कि एक साइकोलॉजिकल प्रेशर और पब्लिक सेंसिटिविटी को ध्यान में रखकर की गई वारदात है।