UP में पार्क बना मातम का मैदान! फव्वारे में डूबा मासूम… खेलते-खेलते आई मौत, जिम्मेदार कौन?

सोमवार शाम सेक्टर P‑3 के डी‑ब्लॉक स्थित पार्क में खेल रहे मात्र 8 वर्षीय पृथ्वी का फव्वारे में डूबने से निधन हो गया। यह घटना पार्क सुरक्षा और देखरेख की जिम्मेदारियों पर भारी सवाल खड़े कर रही है।
खेल-खेल में फव्वारे में गिरा बच्चा
पुलिस और स्थानीय सूत्रों के अनुसार, बच्चे के माता-पिता, सुभाष और रुचि (दोनों धोबी), पास ही काम कर रहे थे। लगभग शाम 3:30 बजे पृथ्वी अचानक बच्चा नजर नहीं आया। तलाशने पर फव्वारे में उसका चेहरा पानी में तैरता पाया गया और वह बेसुध हो चुका था।
डॉक्टरों ने किया मृत घोषित, पोस्टमार्टम के लिए भेजा शव
मरते समय प्राथमिक इलाज के बाद, उसे यथार्थ अस्पताल ले जाया गया जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और जांच शुरू की।
पार्क में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल, जलभराव ने तैयार किया काल
पार्क में बनाए गए फव्वारे में जलभराव और सुरक्षा का अभाव महसूस किया गया है। आरडब्ल्यूए के सदस्यों ने आरोप लगाया कि यह फव्वारा अक्सर गंदा और गहरा रहता है, जिसे GNIDA द्वारा ठीक से मेंटेन नहीं किया गया ।
GNIDA ने जताया दुख, बोली कार्रवाई होगी
GNIDA की ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी गुंजा सिंह ने कहा: “यह बहुत दुखद घटना है… हम शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना जताते हैं। जिनकी लापरवाही साबित होगी, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी”
अधिकारीयों ने जांच शुरू करते हुए भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया।
बच्चों का निगरानी बेहद ज़रूरी
बच्चों की सुरक्षा के लिए पार्कों में उचित बैरियर, चेतावनी संकेत और लाइफगार्ड तैनात होना आवश्यक है। स्थानीय लोगों ने कहा कि पार्क में वर्षा के बाद जलभराव की समस्या रहती है और छोटे बच्चों के लिए यह जानलेवा साबित हो सकता है।
ग्रेटर नोएडा की यह दुखद घटना एक बार फिर साबित करती है कि बच्चों की निगरानी और सार्वजनिक स्थानों की सुरक्षित व्यवस्था कितनी अहम है। GNIDA और पार्क संचालन प्राधिकरण को तत्काल कदम उठाकर ऐसा पुनः न हो, इसकी जिम्मेदारी स्पष्ट है।