थाने के बाहर कत्ल की लाइव CCTV तस्वीरें: SO खाना खाते रहे, बेटा मरता रहा.. उन्ही की रिपोर्ट लिखाने गया था मृतक

गाजियाबाद के मुरादनगर थाना परिसर के बाहर एक दिल दहला देने वाली वारदात ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। 35 वर्षीय रवि शर्मा की उसके पिता की आंखों के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई। पिता रविंद्र शर्मा का आरोप है कि वारदात के समय मौके पर मौजूद सिपाही वीडियो बनाते रहे लेकिन किसी ने रवि को बचाने की कोशिश नहीं की।
छोटी बात से शुरू हुआ विवाद, 4 घंटे में लिया जानलेवा रूप
18 जून की रात रवि शर्मा और उसके पिता रविंद्र का पड़ोसी मोंटी और अजय से कार हटाने को लेकर झगड़ा हुआ था। रविंद्र ने समझाने की कोशिश की, लेकिन मोंटी ने धमकी दी कि “तुम्हें देख लेंगे।” कुछ देर बाद दोनों आरोपियों ने रवि के घर के बाहर 2 राउंड फायरिंग कर दी और फरार हो गए।
FIR के लिए थाने पहुंचे, वहीं हुई हत्या
फायरिंग की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और रविंद्र से कहा कि FIR थाने में दर्ज की जाएगी। रविंद्र, रवि, विकास (रवि का भाई) और दो पड़ोसी रात में मुरादनगर थाने पहुंचे। शिकायत देने के बाद जैसे ही सभी बाहर निकले, आरोपी बाइक पर पहुंचे और गोलियां चला दीं।
तीन गोलियां चलीं, एक ने रवि की जान ले ली
पहली गोली रवि के कान के पास से निकली, दूसरी गोली भाई विकास की शर्ट को छूते हुए निकली, और तीसरी गोली सीधे रवि के पेट में लगी। लहूलुहान रवि को परिवार हॉस्पिटल ले गया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
CCTV फुटेज में आरोपी दिखे, पिता ने की एनकाउंटर की मांग
घटना के CCTV फुटेज में आरोपी अजय भागते नजर आया। रविंद्र शर्मा ने कहा, “जैसे मेरे बेटे की हत्या थाने के गेट पर हुई, वैसे ही उसका एनकाउंटर होना चाहिए। मुख्यमंत्री योगी जी से मेरी मांग है कि मुझे इंसाफ चाहिए, वरना न्याय व्यवस्था पर विश्वास टूट जाएगा।”
पुलिस की लापरवाही: SO डिनर कर रहे थे, सिपाही वीडियो बना रहे थे
रविंद्र ने कहा, “मैं थाने FIR के लिए गया था, बताया गया कि SO साहब डिनर कर रहे हैं। जब बाहर निकला, बेटे को गोली मार दी गई। मौके पर चार सिपाही थे, कोई बचाने नहीं आया। वीडियो बनाते रहे।”
पुलिस कार्रवाई: तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड, विभागीय जांच शुरू
घटना के बाद गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गौड़ ने SO मुरादनगर शैलेंद्र सिंह तोमर, SI सूबे सिंह और बीट दरोगा मोहित सिंह को सस्पेंड कर दिया है। विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
‘मुझे और मेरे परिवार को खतरा है’ – पीड़ित परिवार की गुहार
रविंद्र ने बताया कि मुख्य आरोपी अजय के खिलाफ पहले से रेप का केस दर्ज है और वो 10 साल जेल में रहा है। “वो हार्डकोर क्रिमिनल है, अब जेल से निकलकर हत्यारा बन गया है। मुझे और मेरे परिवार को जान का खतरा है। सरकार मुझे शस्त्र लाइसेंस और सुरक्षा दे।”
भाई विकास की आपबीती: गोली से बाल-बाल बचा, भाई को नहीं बचा पाया
विकास शर्मा ने बताया, “गोलियों की आवाज सुनकर मैं भागा, आरोपियों ने मुझ पर भी गोली चलाई। मैं किसी तरह जान बचाकर भागा, लेकिन जब वापस आया तो देखा भाई जमीन पर खून में लथपथ पड़ा था।”
गांव में मातम, पूरे इलाके में आक्रोश
19 जून की सुबह ग्रामीणों ने रवि का शव मुरादनगर थाने के बाहर रखकर हाईवे जाम कर दिया। गांव मिल्क रावली में सन्नाटा पसरा है, हर चेहरा गुस्से और दर्द में डूबा हुआ है। लोग रवि को मिलनसार और मददगार बताते हैं।