केजरीवाल पर जर्मनी की टिप्पणी, सुनीता केजरीवाल का मुख्यमंत्री की चिट्ठी पढ़ना, सियासत में आई गर्मी

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेकर चारों तरफ से सियासत का माहौल बना हुआ है। एक तरफ भारत में केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर विरोध जता रही है, वहीं आप के कार्यकर्ता भी सड़कों पर उतर गए हैं। आज सुबह से प्रेस कॉन्फ्रेस का लगातार दौर चल रहा है। तो दूसरी तरफ अन्य देशों से भी गिरफ्तारी को लेकर टिप्पणियां सामने आ रही है।

जर्मनी की टिप्पणी पर भारत का जवाब

केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने टिप्पणी की थी, जिसे लेकर भारत के विदेश मंत्रालय जर्मनी के राजदूत जॉर्ज एनजवीलर के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराया है।  विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, “हम इस तरह की टिप्पणियों को भारत की न्यायिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप और न्यायपालिका की स्वतंत्रता को कमजोर करने के रूप में देखते हैं।”

सुनीता केजरीवाल ने मुख्यमंत्री की चिट्ठी पढ़ी

आज अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मुख्यमंत्री के संदेश को पढ़कर सुनाया। पत्र में केजरीवाल ने लिखा, ” मुझे गिरफ़्तार कर लिया गया है। मैं लोहे का बना हूँ। मेरे शरीर का एक-एक कण देश के लिए है। मेरा जीवन ही संघर्ष के लिए हुआ है। कुछ देश के अंदर और बाहर की ताक़तें भारत को कमज़ोर करना चाहती हैं। कुछ ऐसी ताकते भी हैं जो देशभक्त हैं, हम देशभक्त ताक़तों से जुड़कर देश को फिर से महान बनाना है।”

केजरीवाल ने हाल ही में महिलाओं को 1000 रूपये देने का वादा किया था। संदेश में उसके बारे में भी लिखा है, “मेरी दिल्ली की माता-बहनों को लग रहा होगा कि उनका बेटा-भाई जेल चला गया अब उन्हें ₹1000 मिलेगा या नहीं मैं उनसे कहना चाहता हूँ कि ऐसा कोई वादा है जो आपके बेटे-भाई ने किया हो और पूरा ना हुआ हो।मैं दिल्ली का एक काम भी रुकने नहीं दूँगा। सभी आप कार्यकर्ताओं से भी कहना चाहता हूँ कि देश सेवा में लगे रहे, बीजेपी वालों से नफ़रत ना करें, वो हमारे ही भाई-बहन हैं।

इधर इंडिया गठबंधन की पार्टियों ने भी लगातार विरोध जताया है। पार्टियों का कहना है कि इलेक्टरोल बॉन्ड के सच को छिपाने के लिए सरकार ने केजरीवाल को गिरफ्तार किया है। वह सरकारी संस्थाओं का दुरोपयोग कर रही है।

 

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