पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी से की अपील, कहा एकजुट होकर चीन को देना होगा जवाब !

भारत और चीन के बीच झड़प पर पूरा देश आक्रोशित है। इस झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे। हालांकि इसके बाद से ही राहुल गांधी लगातार पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रहे हैं। राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी को सरेंडर मोदी तक बता दिया। इसके बाद बीजेपी की तरफ से भी राहुल गांधी पर पलटवार किया गया। अब देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार से चीन को जवाब देने की अपील की है। देश के लगातार दो बार प्रधानमंत्री रहे डॉ मनमोहन सिंह ने शहीद में भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए यह बात कही है।

डॉ मनमोहन सिंह ने कहा कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए। यह एक ऐसा समय है जो पूरे राष्ट्र को एकजुट होना चाहिए और संगठित होकर इस दुस्साहस का जवाब देना चाहिए। डॉ मनमोहन सिंह ने कहा कि, ’15-16 जून को गलवान वैली में भारत के 20 साहसी जवानों ने सर्वोच्च कुर्बानी दी। देश के इन सपूतों ने अंतिम सांस तक देश की रक्षा की। इस सर्वोच्च त्याग के लिए हम इन साहसी सैनिकों व उनके परिवारों के कृतज्ञ हैं, लेकिन उनका यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए।’

उन्होंने कहा कि ‘आज हम इतिहास के नाजुक मोड़ पर खड़े हैं। हमारी सरकार के निर्णय और सरकार के कदम तय करेंगे कि भविष्य की पीढ़ियां हमारा आकलन कैसे करें। जो देश का नेतृत्व कर रहे हैं, उनके कंधों पर कर्तव्य का गहन दातित्व है। हमारे प्रजातंत्र में यह दायित्व प्रधानमंत्री का है। प्रधानमंत्री को अपने शब्दों और ऐलानों द्वारा देश की सुरक्षा एवं समारिक व भूभागीय हितों पर पड़ने वाले प्रभाव के प्रति सदैव बेहद सावधान होना चाहिए। चीन ने अप्रैल से लेकर आजतक गलवान घाटी और पैंगॉन्ग त्सो लेक में अनेकों बार जबरन घुसपैठ की है।’

वहीं इस घुसपैठ पर डॉ मनमोहन सिंह ने कहा कि हम न तो उनकी धमकियों व दबाव के सामने झुकेंगे और न ही अपनी भूभागीय अखंडता से कोई समझौता स्वीकार करेंगे। प्रधानमंत्री को अपने बयान से उनके षड्यंत्रकारी रूख को बल नहीं देना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सरकार के सभी अंग इस खतरे का सामना करने व स्थित को और ज्यादा गंभीर होने से रोकने के लिए परस्पर सहमति से काम करें।’

डॉ मनमोहन सिंह ने कहा कि यही समय है जब पूरे राष्ट्र को एकजुट होना है और संगठित होकर इस दुस्साहस का जवाब देना है। हम सरकार को आगाह करेंगे कि भ्रामक प्रचार कभी भी कूटनीति और मजबूत नेतृ्त्व का विकल्प नहीं हो सकता। पिछलग्गू सहयोगियों द्वारा प्रचारित झूठ के आडंबर से सच्चाई को नहीं दबाया जा सकता।’

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस पत्र के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा की “पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी की महत्वपूर्ण सलाह। भारत की भलाई के लिए, मैं आशा करता हूँ कि PM उनकी बात को विनम्रता से मानेंगे।”

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