वाराणसी का अद्भुत नजारा देखेंगे जी20 के विदेशी मेहमान, बदली जा रहीं छतरियाँ

वाराणसी। भारत में जी20 के शिखर सम्मेलन को लेकर तेज गति से तैयारियां चल रही हैं। इस शिखर सम्मेलन में करीब दो दर्जन देशों के प्रमुख शामिल होंगे। प्रधानमंत्री इन प्रमुख मेहमानों को काशी के घाटों के दर्शन कराएंगे, जिसमें काशी विश्वनाथ मंदिर और शाम की आरती का नजारा विदेशी मेहमान ऑन स्क्रीन देख सकेंगे।
इसके लिए काशी के घाटों पर जी20 देशों के लोगो वाली आकर्षक छतरियां लगाई जा रही हैं। ये छतरियां अब पुरानी बांस की छतरियों की जगह लेंगी। वाराणसी नगर निगम को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। निगम ने सभी घाटोंं का सर्वे करा लिया है। पुरानी बांस की छतरियों को हटाकर नई छतरियां लगाने का कार्य शुरू हो चुका है। अंतरराष्ट्रीय डेलीगेट्स के प्रस्तावित मार्गों में लालबहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट, शिवपुर मार्ग, चौकाघाट से पड़ाव और नामोघाट समेत अन्य जगहों पर 30 डबल साइड बैकलिट एलईडी यूनिपोल लग रहे हैं। 84 घाटों में से 66 घाटों पर फसाड लाइटिंग का काम पूरा हो गया है। बिजली के खंभों को दुरुस्त कराया जा रहा है। पुराने खंभों से लेकर दीवारों, घाटों पर पेटिंग का काम चल रहा है। सारा काम अपर नगर आयुक्त राजीव कुमार राय की निगरानी में चल रहा है।


बता दें कि उत्तर प्रदेश के चार जनपदों में जी-20 की बैठकों का आयोजन होना है, जिसमें काशी में जी-20 के छ: सम्मेलन आयोजित होंगे। इसकी तैयारी केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के आधार पर शुरु हो चुकी है।
जी-20 देशों के वैज्ञानिक टिकाऊ खेती और खाद्य प्रणाली परिवर्तन पर भी मंथन करेंगे। सम्मेलन में आने वाले विदेशी मेहमान विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती दिखाने के अलावा वाराणसी के उत्पादों के बारे में बताया जाएगा।

इसके अंतर्गत 17 अप्रैल को 9:00 बजे उद्घाटन समारोह होगा। 9:30 बजे से 1:00 बजे तक खाद्य सुरक्षा और पोषण में विज्ञान की भूमिका पर मंथन होगा। 2:00 बजे से 5:30 बजे तक वर्तमान परिदृश्य में खाद्य प्रणाली सहित अन्य विषयों पर चर्चा होगी। 5:30 बजे क्रूज से गंगा आरती और लौटने के बाद होटल में सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा।
इसी तरह 18 अप्रैल को सुबह 9:00 बजे से 12:40 बजे तक डिजिटल कृषि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप की संभावना पर मंथन किया जाएगा। 2:00 बजे से अंतरराष्ट्रीय कृषि पर हुए शोध पर दूसरा सत्र शुरू होगा। 5:00 बजे से सारनाथ भ्रमण और लाइट एंड साउंड शो आयोजित होगा। और आखिरी दिन 19 अप्रैल को सुबह 9:00 बजे से 1:00 बजे तक विभिन्न विषयों पर सेमिनार और चर्चा होगी। 2:00 बजे मेहमान दीनदयाल हस्तकला संकुल का भ्रमण करेंगे और आखिर में शाम.7:00 बजे विदाई समारोह आयोजित होगा।

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