इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में स्मोक गुलाल से भड़की आग, उज्जैन जैसा हादसा होने से बचा

आज सुबह मध्य प्रदेश के महाकाल मंदिर में गुलाल उड़ाने से आग भड़क गई थी, जिसमें मुख्य पुजारी समेत करीब 13 लोग आग में झुलस गए थे। अभी प्रशासन इस हादसे के कारणों को जानने की कोशिश में लगी ही थी कि दूसरे हादसे में भी गुलाल की वजह से आग भड़कने की खबरे आने लगी है।

जानकारी के अनुसार जब इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में आरती के दौरान स्मोक गुलाल जला दिया गया, जिसमें से आग भभकने लगी। आग बढ़ पाती, इससे पहले ही पुजारी के डांटने पर बुझा दिया गया। अगर आग के आसपास ज्वलनशील पदार्थ होते या कपड़ा इत्यादि होता तो महाकाल गर्भगृह जैसा हादसा हो सकता था।

आखिर गुलाल में ऐसा क्या है?

वैसे तो कहा जाता है कि गुलाल को पत्ते और फूलों से बनाया जाता है लेकिन व्यापारिक स्तर पर देखा जाए तो गुलाल में कई तरह के केमिकल मिलाए जाते हैं। इसमें सीसा, अभक्र और कई ऐसे हानिकारक रसायन मिलाए जाते हैं। इसके अलावा खुशबू देने के लिए कपूर का भी इस्तेमाल किया जाता है।

पबमेड में छपी एनएच की रिपोर्ट के अनुसार होली के रंगों में कुछ ऐसे केमिकल होते हैं, जो आग के संपर्क में आने से भड़क जाते हैं। इसलिए इनका उपयोग सही तरीके से करना चाहिए।

गुलाल त्वचा और बालों के लिए भी हानिकारक है। इससे फेफड़ों को भी नुकसान होने का खतरा रहता है, इसलिए गुलाल का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतना बहुत ज़रूरी है।

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