आज यमुना एक्सप्रेस-वे पर फास्टैग का ट्रायल, अहम फैसला

नोएडा. यमुना एक्सप्रेस-वे (Yamuna Expressway) पर फास्टैग का ट्रायल मंगलवार से शुरू हो गया है. एक्सप्रेस-वे के तीनों टोल प्लाजा पर 15 जून से एक साथ ट्रायल किया जा रहा है. फास्टैग का संचालन करने वाली कंपनी और एक्सप्रेस-वे का संचालन करने वाली जेपी इंफ्रा टेक (JP Infra Tech) के अधिकारी लगातार फास्टैग की एक-एक ट्रांजेक्शन पर निगाह रख रहे हैं. सुबह से ही जेवर, मथुरा और आगरा टोल प्लाजा (Toll Plaza) पर फास्टैग से वाहनों को एंट्री दी जा रही है. तीनों ही टोल प्लाजा पर अप और डाउन की दो-दो साइड फास्टैग के लिए तैयार की गई हैं. सूत्रों की मानें तो फास्टैग (Fastag) का ट्रायल कामयाब होने पर ही इसकी मंजूरी पर मुहर लगेगी.

गौरतलब रहे राष्ट्रीय राजमार्ग प्रधिकरण देशभर में फास्टैग सर्विस को अनिवार्य कर चुका है. अब लगभग सभी टोल प्लाजा पर फास्टैग सर्विस के तहत टोल वसूला जा रहा है, लेकिन प्राइवेट कंपनी जेपी द्वारा संचालित यमुना एक्सप्रेस-वे पर अभी तक फास्टैग सर्विस शुरू नहीं हो सकी थी. इसकी सबसे बड़ी वजह इसका प्राइवेट होना ही था. अब यमुना एक्सप्रेस-वे पर भी फास्टैग सर्विस का ट्रायल हो रहा है. आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर यह सुविधा पहले से ही है.

यमुना एक्सप्रेस-वे पर दो लेन से होगी फास्टैग की शुरुआत

जेपी इंफ्राटेक के अधिकारियों की मानें तो यमुना एक्सप्रेस-वे पर फास्टैग सर्विस के ट्रायल की शुरुआत हर एक टोल प्लाजा की एक साइड पर दो लेन से होगी. मतलब आने और जाने वाली साइड पर फास्टैग की दो-दो लेन होंगी. बाद में इन्हें बढ़ाया जा सकता है. कोरोना-लॉकडाउन के असर के चलते अभी एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक कम है.एक आंकड़े के मुताबिक, सामान्‍य दिनों में एक्सप्रेस-वे से रोजाना करीब 40 हजार वाहन गुजरते हैं. इनमें दोपहिया और हल्के चार पहिया से लेकर भारी वाहन भी शामिल हैं. जानकारों की मानें तो फास्टैग सर्विस शुरू करने को लेकर जेपी इंफ्राटेक, यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी और संबंधित बैंक के साथ जेपी कंपनी के कई तरह के समझौते हो चुके हैं.

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