नही रहे जिम्बाब्वे के पूर्व राष्ट्रपति, शोक भी हुआ और आलोचना भी

शुक्रवार सुबह ज़िम्बावे(Zimbabwe) के पूर्व राष्ट्रपति रोबर्ट मुगाबे का 95 साल की उम्र में निधन हो गया। पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे रोबर्ट मुगाबे(Robert Mugabe) ने सिंगापुर(Singapore) के एक अस्पताल में अपनी आखिरी साँसे ली। ज़िम्बावे के तत्कालीन राष्ट्रपति एमर्सन मनांगाग्वा(Emmerson Mnangagwa) ने उनकी मृत्यु की जानकारी दी।

ज़िम्बावे के राष्ट्रपति ने मुगाबे के निधन पर शोक प्रकट करते हुए लिखा ‘बेहद दुख के साथ मैं ये सूचित करता हूं कि जिम्बाब्वे के जनक और पूर्व राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे नहीं रहे।’ उन्होंने लिखा “मुगाबे स्वतंत्रता के प्रतिक थे, वो एक ऐसे अफ्रीकी नेता थे जिन्होंने अपने लोगों की स्वतंत्रता और सशक्तिकरण में अपना जीवन बिता दिया। इस देश और महाद्वीप के इतिहास में उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। उनकी आत्मा को शांति मिले।” उनके इस बयान के बाद देश में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। उनके प्रशंसक ट्वीट कर उनके निधन पर दुःख प्रकट कर रहे हैं।

शासन से हटाने के लिए देशभर में आंदोलन

हालांकि दक्षिण अफ्रीका गणराज्य के उप-सार्वजनिक रक्षक केविन मालूँगा(Kevin Malunga) और कई अन्य लोगों ने उनके निधन पर नकारात्मक बयान भी दिए। गौरतलब है कि मुगाबे देश की आजादी की लड़ाई में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वालो में से एक थे। 1980 में आज़ादी मिलने के बाद उन्होंने 37 वर्षों तक देश में शासन किया। उनके तानाशाही फैसलों ने देश की अर्थव्यवस्था और सेना का काफी नुकसान किया था। उन्हें शासन से हटाने के लिए देशभर में आंदोलन भी किया गया था। 2000 में जनमत संग्रह और 2008 के राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि इतने सालों तक राष्ट्रपति पद सँभालने के बाद 2017 में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

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