बड़ी खबर: जहां हुई कथावाचकों की पिटाई, वहां बवाल ! घुसी “अहीर रेजिमेंट”.. पुलिस पर पथराव-हवाई फायरिंग

यूपी के इटावा जिले के दांदरपुर गांव में उस वक्त तनाव फैल गया जब कथित तौर पर ‘अहीर रेजिमेंट’ के लोग गांव में दाखिल होने की कोशिश करने लगे। बीते दिनों यादव कथावाचकों के साथ हुई कथित बदसलूकी के विरोध में ये लोग गांव पहुंच रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसी दौरान स्थिति बेकाबू हो गई और पुलिस पर पथराव शुरू हो गया, जिसके जवाब में पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी।

कथावाचकों से बदसलूकी के बाद बढ़ा तनाव

हाल ही में इटावा के दांदरपुर गांव में कथावाचक मुकुट मणि यादव और संत कुमार यादव के साथ जातिगत आधार पर दुर्व्यवहार का आरोप लगा था। कथावाचकों के अनुसार, ब्राह्मण समुदाय के कुछ युवकों ने उनके साथ मारपीट की, उनके बाल मुंडवा दिए और जाति छिपाकर कथा कहने व महिला से छेड़छाड़ के आरोप लगाए। घटना का वीडियो सामने आने के बाद यह मामला तेजी से तूल पकड़ गया।

अहीर रेजिमेंट के नाम पर जुटी भीड़, पुलिस पर पथराव

विवाद बढ़ता देख गुरुवार को कथावाचकों के समर्थन में गगन यादव के नेतृत्व में ‘अहीर रेजिमेंट’ के नाम पर दर्जनों युवक गांव में प्रवेश की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने जैसे ही उन्हें रोका, भीड़ उग्र हो गई और पत्थरबाजी शुरू हो गई। पथराव में पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गया और कई पुलिसकर्मी बाल-बाल बचे।

पुलिस ने किया बल प्रयोग, करनी पड़ी हवाई फायरिंग

स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। सीओ ललिया डॉ. जितेंद्र कुमार के अनुसार, हालात काबू से बाहर होते देख एक दरोगा को कई राउंड हवाई फायरिंग करनी पड़ी। भीड़ में मौजूद कुछ उपद्रवियों ने पुलिस की गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।

पुलिस का ऐक्शन: उपद्रवियों की धरपकड़

वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर तत्काल एक्शन लिया गया। कई उपद्रवियों को मौके से गिरफ्तार किया गया और अब फरार लोगों की पहचान कर उनकी तलाश की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो के जरिए पुलिस आरोपियों की पहचान कर रही है।

शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील

पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्रीशचंद्र ने बताया कि मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है और हालात नियंत्रण में हैं। उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां सीज की गई हैं और उपद्रवियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही जनता से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन का सहयोग करें।

राजनीति में गर्माया मामला

इस मामले को लेकर राजनीतिक बयानबाज़ी भी शुरू हो चुकी है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कथावाचकों से बदसलूकी के मुद्दे पर प्रदेश सरकार को घेरते हुए पीड़ितों को सम्मानित भी किया था। इसके बाद विवाद और गहरा गया है।

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