कोरोना की तीसरी संभावित लहर के बीच हिसार में डेंगू का प्रकोप, अब 40 केस आए सामने

हिसार. कोरोना की तीसरी संभावित लहर के साथ साथ अब हिसार में डेंगू का प्रकोप भी शुरू हो चूका है. सितम्बर माह के अंतिम दिनों में हुई भारी बारिश से शहरों के निचले इलाको में जलभराव हुआ था. इसी जल भराव में डेंगू का लार्वा पनपा और डेंगू का प्रकोप शुरू हुआ. हिसार में फ़िलहाल डेंगू के 40 मामले आ चुके है. डेंगू के अधिकतर मामले शहरों से है. ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू के मामले नहीं है. स्वास्थ्य विभाग ने शहर में फॉगिंग के लिए निगम को लिखा है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी फोगिंग के लिए पंचायत अधिकारियों और सरपंच के साथ स्वास्थ्य विभाग लगातार संपर्क में है. डेंगू से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने टीमों का गठन किया है, जो डोर टू डोर जाकर टैस्ट करेंगे.

स्वास्थ्य विभाग का दावा है की जल्द ही डेंगू पर काबू पा लिया जाएगा और डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां पूरी है. हिसार के नजदीकी गांवों में बने पीएचसी और सीएचसी में भी जलभराव हुआ था, जिसे अभी तक पूरी तरह से नहीं निकाला जा सका है. हिसार जिला अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मचारियों का भी अभाव है, जिसके कारण स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हो रही है. सीएमओं के अनुसार, उन्होंने विभाग के उच्च अधिकारीयों को इसके बारे में पत्र लिखा है. हिसार सीएमओ डॉ रतना भारती बताया कि जिले में अबतक डेंगू के कुल 40 मामले आए हैं, अधिकतर मामले शहरी क्षेत्र से हैं. उन्होंने बताया कि सितम्बर माह के अंत में हुई बारिश के कारण जलभराव हुआ और उसमें डेंगू का लार्वा पनपने लगा.

सीएमओ ने बताया कि तालाबों में मछलियां छोड़ी गई है, ताकि लार्वा ख़त्म हो सके. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा की आमजन को भी ध्यान देना चाहिए कि घर में या आसपास पानी खड़ा ना रहे यदि है तो उसमें काला तेल डालें. पीएचसी और सीएचसी में पानी निकाला जा रहा है. स्वास्थ्यकर्मियों की कमी को लेकर उन्होंने कहा की कर्मचारियों के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा गया है उम्मीद है की जल्द कर्मचारियों की नियुक्तियां होंगी.

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