डेंगू का कहर: कई साल का टूटा रिकॉर्ड; हजार के करीब पहुंचा मरीजों का आंकड़ा, दो की मौत

मेरठ. मेरठ (Meerut) में डेंगू (Dengue) ने इस बार पिछले कई वर्षों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. यहां रोजाना डेंगू के केस बढ़ रहे हैं. आंकड़ा हजार के आसपास पहुंच गया है. बीते चौबीस घंटे में 31 नए केस रिपोर्ट हुए हैं. इन 31 केस के साथ यहां डेंगू के मरीज़ों का आंकड़ा बढ़कर 920 हो गया है, जबकि अब तक इस बुखार से दो लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि सीएमओ का कहना है कि 670 लोगों ने डेंगू को मात भी दी है.

सीएमओ डॉक्टर अखिलेश मोहन का कहना है कि वर्तमान में मेरठ जिले में 250 एक्टिव केस हैं. इस बात की कोशिश की जा रही है जल्द से जल्द मरीज ट्रेस हों, ताकि उनका इलाज किया जा सके. उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज जिला अस्पताल सीएचसी में डेंगू के मरीजों के उपचार के लिए सारी व्यवस्थाएं हैं. सीएमओ ने कहा कि बारिश की वजह से अगर कहीं भी जलजमाव हो गया है तो उसे फौरन हटा दें. सबसे ज्यादा बुखार के केस मिलने वाले कुराली गांव का जिक्र करते हुए सीएमओ ने कहा कि वहां स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लगातार कैंप लगा रखा है. उन्होंने कहा कि इस गांव में वायरल फीवर के केस ज्यादा है. वहीं मेरठ के मलियाना, कंकरखेड़ा, जयभीमनगर, कैंट, रजबन, साबुन गोदाम और नंगला बट्टू डेंगू के हॉट स्पॉट बने हुए हैं. देहात में सबसे ज्यादा मरीज रोहटा, मवाना, रजपुरा, जानी और दौराला ब्लॉक में मिले हैं.

वहीं कोरोना को लेकर सीएमओ ने लोगों से अपील की है कि अगर कोई भी शख्स आपके आसपड़ोस में किसी दूसरे राज्य से आया है तो उसकी सूचना फौरन निगरानी समिति को दें. उन्होंने हिदायत दी कि लोग भीड़ वाले इलाके में जाने से बचें. मास्क लगाए रखें. क्योंकि त्योहार के इस मौसम में ख़ास एहतियात की आवश्यकता है. बीते दिनों मेरठ में कभी एक तो कभी दो केस कोरोना के रिपोर्ट हुए हैं. सीएमओ का कहना है कि कोविड़ को लेकर त्योहारों का मौसम बेहद क्रिटिकल होता है. उन्होंने कहा कि लोगों की लापरवाही भारी पड़ सकती है. कोरोना की दूसरी डोज न लगवाने वाले लोगों को भी कहा गया है कि अगर लापरवाही बरती तो परिणाम घातक हो सकते हैं.

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