प्रतिबंधित वन्यजीवों के पाऊडर को जांच के लिए भेजा देहरादून

अजमेर,  राजस्थान के अजमेर में दो दिन पहले वन विभाग की छापेमार कार्यवाही में केसरगंज एवं नयाबाजार की दुकानों से बरामद प्रतिबंधित वन्यजीवों के पाऊडर तथा अन्य अंगों को फोरेंसिक जांच के लिए भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून( उत्तराखंड ) भेजा जायेगा।


अजमेर के सहायक वन संरक्षक नरेंद्र सिंह शेखावत ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों से बरामद वन्यजीव बारहसिंगा के सींग, पाटागो यानि मानिटर लिजार्ड के अंग, समुद्री जीव इन्द्रजाल , हाथी दांत के साथ बरामद वन्य जीवों की हड्डियों से बने पाऊडर की वास्तविक पुष्टि के लिए इसकी जांच देहरादून लेब से कराने का निर्णय हुआ है।

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इस बीच मामलें में गिरफ्तार चार आरोपियों को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के प्रकरण दर्ज किया गया है। विभाग ने आरोपियों से पूछताछ में जो जानकारी जुटाई है उसके अनुसार इस सबका सूत्रधार नरेंद्र भंडारी नामक शख्स है जिससे वे सींग एवं अंग खरीदते थे। बरामद पाऊडर यौनशक्ति बढ़ाने के नाम पर ग्रहकों को बेचा जाता था।


उल्लेखनीय है कि एक एनजीओ वाइल्ड़ आई इंडिया के दीपककुमार की शिकायत पर वन विभाग ने बोगस ग्रासक बन कर रविवार शाम छापेमारी के बाद चार को गिरफ्तार किया था , जिन्हें भी जमानत पर छोड़ दिया गया ।

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