डेविड ने क्रिकेट और बेसबॉल की तुलना, कह दी ये बड़ी बात

नई दिल्ली,

भारी भरकम और सौ किलो से अधिक वजनी डेविड ने माना कि इस दौरान वह खुद भी अपनी फिटनेस पर बराबर ध्यान नहीं दे पाए। उन्होंने कहा कि भारतीय कोचों में सीखने की जबरदस्त ललक है और जो कोच इस कैंप में मौजूद हैं उनमें सीखने की ललक है और इस बात का पता उनके सवालों से चलता है।

दिलचस्प है कि डेविड एक तरफ जहां भारतीय कोचों को प्रशिक्षित कर रहे थे वहीं साथ के मैदान में एक क्रिकेट मैच चल रहा था।

जब उनका दिन का शिविर ख़त्म हुआ तो साथ के मैदान में दूसरा क्रिकेट मैच शुरू हो चुका था।

उन्होंने क्रिकेट और बेसबाल को लगभग एक जैसा खेल बताया और कहा कि दोनों ही खेलों में बाल,

बैट, हेल्मेट आदि मिलते जुलते उपकरण प्रयोग में लाए जाते हैं तथा इनमें हिट और रन का नियम भी है।

डेविड ने माना कि क्रिकेट भारत का सबसे लोकप्रिय खेल है, जिसके चलते अधिकांश खेल दब कर रह

गए हैं। लेकिन यदि लाखों करोड़ों खिलाड़ी एक ही खेल को अपनाएंगे तो संतुलन गड़बड़ा जाएगा।

लेकिन उन्हें नहीं लगता कि भारत में बेसबाल की लोकप्रियता की संभावना कम है।

डेविड ने कहा कि भारत किसी भी खेल के लिए बड़ा बाज़ार है और एमएलबी हर हाल में भारत को

अपने खेल का मजबूत गढ़ बनाने के लिए कटिबद्ध है।

उनकी क्रिकेट से कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है बल्कि बेसबाल अपने स्तर पर पनपना चाहता है।

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एमएलबी इंडिया के बिजनेस ऑपरेशन प्रमुख ताकाहाशी ने कहा कि भारत में यदि इस खेल को

लोकप्रियता की ऊंचाइयों पर ले जाना है|

तो भारतीय फेडरेशन को अपने प्रयास तेज करने होंगे और उनकी मदद के लिए एमएलबी हर प्रकार से तैयार है।

उन्होंने कहा कि एमएलबी दुनियाभर में खेल को लोकप्रिय बनाने के लिए प्रयत्नशील है।

राष्ट्रीय फ़ेडरेशन या उसकी इकाइयों को निशुल्क सेवाएं दी जा रही हैं।

अब गेंद भारतीय फ़ेडरेशन के पाले में है और उसे अपने स्तर पर प्रयास तेज करने होंगे।

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