सोनम रघुवंशी केस में एक और गिरफ्तारी.. चौंका देगा इस आरोपी के नाम, सबसे हैरान करने वाला खुलासा

20 मई 2025 को इंदौर से मेघालय के सोहरा क्षेत्र की ओर हनीमून पर निकली सोनम रघुवंशी और उनके पति राजा रघुवंशी की यह यात्रा 23 मई को एक दर्दनाक घटना में बदल गई। राजा का जख्मी शव 2 जून को वेई सावडोंग झरने के पास गहरे गॉर्ज में पाया गया, जिसके बाद सोनम पर हत्या की साजिश रचने का गंभीर आरोप लगा .

इंदौर में छिपा “गुप्त फ्लैट” और ब्रोकर्स की गिरफ़्तारी

सोनम को हत्या के बाद इंदौर में 25–27 मई के बीच, देवास-नाका के एक फ्लैट में छिपे रहने का संदेह है ।
इस फ्लैट को पट्टे पर दिलाने वाले ब्रोकर को शिलॉन्ग पुलिस ने गिरफ्तार किया है ताकि किराया-पत्र और अन्य सबूत प्राप्त किए जा सकें ।

फोन और जीर्ण शीर्ण सबूतों की जांच

आरोप है कि सोनम ने फ्लैट में प्रवेश के बाद अपने फोन और सिम कार्ड नष्ट कर दिए थे ताकि पुलिस ट्रैकिंग न कर सके ।
इसके अलावा पुलिस ने फ्लैट से केवल कुछ बर्तन और कपड़े बरामद किए, जबकि प्रमुख सबूत गायब दिखे।

इंदौर में पूछताछ और परिवार की भूमिका

शिलॉन्ग पुलिस टीम ने इंदौर में सोनम के घर, उनके भाई गोविंद के कार्यालय और फैक्ट्री का दौरा किया और दो घंटे से अधिक समय तक परिवार के सदस्यों से पूछताछ की। इस पूछताछ में फ्लैट में बिताए गए समय और सोनम की गतिविधियों की जानकारी जुटाने की कोशिश की गई।

हत्या की योजना और पैसों का आदान-प्रदान

23 मई को छुट्टी के दौरान सोनम और राज कुशवाहा ने आरोपियों—अकाश राजपूत, विशाल सिंह चौहान, आनंद कुरी—को राजा की हत्या के लिए ₹15,000 नकद दिए, जबकि बाद में ₹20 लाख की सुपारी का प्लान था।
राज कुशवाहा, जो सोनम का कथित प्रेमी है, उसने घटना स्थल तक नहीं पहुंचा लेकिन खुफिया संचार के जरिए साजिश में सक्रिय था ।

कोर्ट कस्टडी और न्यायिक प्रक्रियाएँ

19 जून को अदालत ने सोनम और राज को पुलिस रिमांड पर रखा और तीन योजनाकारों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया .
21 जून को शिलॉन्ग कोर्ट ने सोनम और राज को 13 दिन की न्यायिक हिरासत दी, और आरोपियों की इस अवधि तक केस तैयार करने की प्रक्रिया तेज हुई ।

हत्या क्यों?

राजा के भाई, सचिन रघुवंशी ने सवाल उठाया कि यदि सोनम और राज को भागना था, तो हत्या क्यों? “अगर वे भागना चाहते, तो भाग जाते”।
सचिन ने नारको‑टेस्ट की मांग करते हुए कहा है कि यदि सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं मिलता, तो उच्च न्यायालय और सुप्रीम कोर्ट तक जाना भी तय है ।

गहन जांच जारी

मेघालय पुलिस के पूर्व डीजीपी और एसपी विवेक सियम ने स्पष्ट किया कि सोनम और राज की भूमिका सबसे संदिग्ध पाई गई है, इसलिए पूछताछ पर विशेष जोर है।
इसी बीच, मेघालय पुलिस की SIT ने घटनास्थल का सीन पुनःरचना कर हत्या के उपकरण और स्थितियों की पहचान की, और अभी भी एक और हथियार की तलाश जारी है .

उपलब्धियां और आगे का रास्ता

फ्लैट ब्रोकर की गिरफ्तारी से जुड़े किराया-पत्र और पहुंच सेहत को उजागर करने में मदद मिलेगी।

कोर्ट हिरासत से पुलिस को आरोपियों से गहन पूछताछ और चार्जशीट दाखिल करने का अवसर मिलेगा।

मामले में साजिश के तार, वित्तीय लेन‑देन और हत्या की प्रणालीगत रूपरेखा सामने आ रही है।

राजा रघुवंशी हत्याकांड अब केवल एक हत्या नहीं, बल्कि प्यार, साजिश और पैसे का खौफनाक मिलाजुला खेल बन चुका है। सोनम और राज कुशवाहा की भूमिका विवादास्पद है, जबकि पुलिस हर सुराग और साक्ष्य पर गहराई से जांच कर रही है। आगे की सुनवाई और चार्जशीट दाखिल होने के बाद ही स्पष्ट होगा कि यह हनीमून हत्याकांड सत्य तक पहुंच पाएगा या नहीं।

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