ब्लैक फंगस से अब तक 4 हज़ार से ज्यादा मौतें, देश में 45,374 कुल मामले

देश में कोरोना वायरस के बाद अब ब्लैक फंगस खतरा बढ़ता जा रहा है. देश में अब तक ब्लैक फंगस (Black Fungus) के 45 हजार से ज्यादा मामले दर्ज हो चुके हैं. ब्लैक फंगस की वजह से चार हजार से अधिक की जान जा चुकी है. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री डॉ भारती प्रवीण पवार ने गुरुवार को राज्यसभा में सवाल पूछे गए. गए ब्लैक फंगस रोग से संबंधित प्रश्न का उत्तर देते हुए यह जानकारी दी है. केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘देश में पिछले दो महीनों से म्यूकोर्मिकोसिस के मामलों में गिरावट देखी गई है.’

ब्लैक फंगस’ के 45,374 मामले:

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी दी है. मंत्रालय ने अपने बुलेटिन में कहा कि देश में अब तक म्यूकोर्मिकोसिस (Mucormycosis) या ‘ब्लैक फंगस’ के 45,374 मामले सामने आए हैं. वहीं, देशभर में इस इन्फेक्शन से अब तक 4,332 मरीजों की मौत हो चुकी है.

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री डॉ भारती प्रवीण पवार ने गुरुवार को राज्यसभा में उठाए गए ब्लैक फंगस रोग से संबंधित प्रश्न का उत्तर देते हुए यह जानकारी दी है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘देश में पिछले दो महीनों से म्यूकोर्मिकोसिस के मामलों में गिरावट देखी गई है।’

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में अभी तक म्यूकोर्मिकोसिस के 45,374 मामले सामने आए हैं। वहीं, देश भर में इस बीमारी से 4,332 मरीजों की मौत हो चुकी है।

म्यूकोर्मिकोसिस या ब्लैक फंगस एक फंगल संक्रमण के कारण होने वाली जटिलता है। वातावरण में उपस्थित कवक बीजाणुओं के संपर्क में आने से लोगों में म्यूकोर्मिकोसिस होता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, काटने, खरोंचने, जलने या अन्य प्रकार के त्वचा आघात के माध्यम से भी यह फंगस त्वचा में प्रवेश कर सकता है।

इस बीमारी का पता उन लोगों में लगाया जा रहा है जो COVID-19 से ठीक हो रहे हैं या ठीक हो चुके हैं। इसके अलावा, जो मधुमेह के रोगी हैं और इम्यून सिस्टम अच्छी तरह से काम ना कर रहा हो तो वो भी इससे संक्रमित हो सकते हैं।

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