Covid-19 की जांच करने में पंजाब काफी पीछे, अब तक मात्र 2877 लोगों के सैंपल किए इकट्ठे

भारत में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। वहीं भारत में जगह-जगह पर अब कोरोनावायरस टेस्ट तेजी से किए जा रहे हैं। दिल्ली सरकार ने तो बाकायदा इसके लिए कहां है कि कोरोना वायरस के टेस्ट तेजी से करवाए जाएं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि साउथ कोरिया की तर्ज पर कोरोनावायरस के टेस्ट तेजी से करवाने जरूरी हैं। ऐसे में अगर पंजाब सरकार को देखा जाए तो उन्होंने तो अब तक मात्र 2877 ही लोगों के सैंपल इकट्ठे किए हैं। खुद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह मान रहे हैं कि यह आंकड़ा बेहद कम है। हालांकि उनका कहना है कि अभी सिर्फ तीन जगह पर ही टेस्ट किया गया है और तीन जगह के लिए परमिशन मांगी गई है।

सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि हम सिर्फ किसानों को लॉकडाउन में छूट देंगे, क्योंकि इस बार अच्छी फसल हुई है। कोरोना के कारण आंकड़े भयावह हैं। चीजें अच्छी नहीं हैं और लोगों को सुरक्षित रखना हमारा कर्तव्य है। हम दोपहर में कैबिनेट में फैसला करेंगे कि लॉकडाउन के संबंध में हम क्या करने जा रहे हैं। अभी लॉकडाउन हटाना सही नहीं होगा।

एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि नवंबर में कोरोना वायरस अपने चरम पर होगा। इसके लिए सरकार को तैयार रहना चाहिए। नवंबर में कोरोना भारत की 58 फीसदी जनसंख्या को प्रभावित कर सकता है। इस रिपोर्ट को पंजाब सरकार के कुछ वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम ने बनाया है।

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