आखिर सामने आ गया कांग्रेस-शिवसेना और एनसीपी का ‘सेक्युलर’ कॉमन मिनिमम प्रोग्राम

गुरुवार शाम महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण समारोह से पहले शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की। इस प्रेस कांफ्रेंस में तीनो पार्टियों ने गठबंधन सरकार के कॉमन मिनिमम प्रोग्राम की घोषणा की। इसमें सरकार के कामकाज के खाके के बारे में जानकारी दी गई। इसके तहत तीनों दल किसान, रोजगार, स्वास्थ्य, उद्योग, सामाजिक न्याय, महिलाओं, शिक्षा, ग्रामीण विकास जैसे मुद्दों पर प्राथमिकता के साथ काम करेंगे।

कार्यक्रम में उद्धव ठाकरे ने अपने एजेंडो के बारे में बताते हुए कहा कि ये गठबंधन सरकार ‘देश सबसे पहले’ के नारे पर आगे बढ़ेगी। उनकी सरकार किसानों के लिए नई फसल बीमा योजना लाएगी, साथ ही किसानों को तुरंत राहत देने का काम किया जाएगा। सरकार के CMP के मुताबिक बेरोजगारी को दूर करने के लिए सरकारी विभागों के सभी खाली पद भरे जाएंगे। राज्य के नागरिकों को एक रुपये में इलाज देने की वादा भी सरकार के एजेंडे में शामिल है। इसके साथ ही उन्होंने गरीबों को बिना ब्याज के शिक्षा कर्ज देने की व्यवस्था करने की बात कही।

 संविधान के मूल तत्वों को केंद्र में रखा है : एकनाथ शिंदे

गौरतलब है कि इस कार्यक्रम में ‘सैक्युलर’ शब्द पर भी ज़ोर दिया गया। एकनाथ शिंदे ने कार्यक्रम का ऐलान करते हुए कहा कि सरकार सभी धर्मों को साथ लेकर चलेगी और राज्य को विकास के पथ पर लेकर जाएगी। उन्होंने दावा किया 170 विधायक गठबंधन सरकार के साथ हैं। शिंदे ने कहा कि संविधान के मूल तत्वों को केंद्र में रखा गया है। सभी भाषा-प्रातों को साथ लेकर यह सरकार आगे बढ़ेगी। शिंदे ने कहा कि हम किसी भी तरह का भेदभाव जनता के साथ नहीं होने देंगे।

हंसकर दिया अजित पवार को लेकर किया सवाल

वहीँ शिवसेना नेता और सामना पत्रिका के संपादक संजय राउत ने कहा कि हम पिछले एक महीने से कह रहे थे कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा लेकिन कोई विश्वास नहीं कर रहा था। उपमुख्यमंत्री को लेकर जब पूछा गया कि अजित पवार का बीजेपी के साथ जाना क्या शरद पवार का एक प्लान था, इस सवाल का जवाब देते वक्त संजय राउत हंस पड़े। और कहा कि लोग तो इस तरह की बातें कर रहे हैं। हालाँकि इसके आगे उन्होंने कहा कि अजित पवार का स्वभाव पूरे राज्य को पता है। लेकिन हम शरद पवार को जानते हैं, मैं हमेशा उनसे प्रेरणा लेता आया हूं। मंत्री या डिप्टी सीएम कौन बनेगा, ये मुख्यमंत्री का अधिकार है।

इसके साथ ही जब सामना को लेकर संजय राउत से पूछा गया कि शिवसेना से ही मुख्यमंत्री होने की स्थिति में भी क्या सामना भी विपक्ष की भूमिका निभाएगा, तो उन्होंने जवाब दिया कि सरकार का अलग स्थान है और सामना का अलग स्थान है। हम अपनी भूमिका निभाएंगे। बता दें कि गुरुवार शाम छह बजकर चालीस मिनट पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। उनके साथ ही तीनो पार्टियों के तीन-तीन नेता मंत्रिपद की शपथ लेंगे।

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