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कांग्रेस ने खेला मास्टर स्ट्रोक भाजपा की हार तय।

मनीष सिंह को कांग्रेस ने दिया टिकट

कांग्रेस ने अपने गढ़ रायबरेली में सदर सीट से कैंडिडेट को टिकट देकर भाजपा के लिए नई चुनौती पेश कर दी है देर रात लिस्ट जारी हुई जिसमें सदर सीट से डॉ. मनीष सिंह चौहान को प्रत्याशी बनाया गया है। 2017 मे अदिति सिंह को कांग्रेस ने टिकट दिया था। फिलहाल मनीष सिंह के समर्थकों में खुशी की लहर देखने को मिल रही है।

मनीष चौहान, आरपी यादव और अदिति सिंह का रायबरेली सीट के लिए संग्राम

बता दें कि जिस डॉ. मनीष सिंह चौहान को कांग्रेस ने सदर सीट से प्रत्याशी बनाया है। उसका नाम सदर विधानसभा की जनता बखूबी मानती है जानती है। डॉ मनीष सिंह चौहान एक अच्छे डॉक्टर के रूप में जरूर जाने जाते हैं, इसी वजह से सदर विधानसभा में पकड़ गांव -गांव तक है। अभी तक डॉक्टर मनीष सिंह आम जनता के बीच में सोशल लिस्ट रूप में गए ।जिससे लोग उनको पहचान सके। इससे साफ जाहिर होता है कि अदिति सिंह की जो की पिछले 5 वर्ष से विधायक हैं, उनकी राह भी अब आसान नहीं दिखाई दे रही है। बता दें भाजपा ने अदिति सिंह और सपा ने आरापी यादव को प्रत्याशी बनाया है। और इस बार समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी आरपी यादव खुली चुनौती के तौर पर मैदान पर उतर चुके हैं इन हालातों में रायबरेली के अब समीकरण बदलते दिखाई दे रहे हैं एक तरफ जहां भाजपा अपनी कारगुजारीओं की लिस्ट तैयार कर रही है ।वहीं समाजवादी पार्टी का नौजवान प्रत्याशी सदर विधानसभा में ताल ठोक चुका है। ऐसे में रायबरेली की सदर विधानसभा में एक नया मोड़ आ चुका है।

भाजपा कि डुबती हुई कश्ती

अगर हम रायबरेली की बात करें तो 2022 विधानसभा चुनाव में इस बार कुछ और ही देखने को मिलेगा क्योंकि कांग्रेस ने बेहद मजबूत प्रत्याशी मैदान पर उतार दिया है। यही नहीं समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी भी बेहद मजबूत है, ऐसे में भाजपा के लिए समीकरण अब बिगड़ते दिख रहे हैं। लेकिन इन समीकरणों को सही करने के लिए भाजपा से रही विधायक अदिति सिंह इन समीकरणों को कैसे ठीक कर पाएंगी एक तरफ कांग्रेस द्वारा फेंका गया तिलिस्मी जाल तो दूसरी ओर जनता का नेता सपा प्रत्याशी आरपी यादव है। अब भाजपा कि इस टूटती हुई नैया को पार कैसे लगाया जाए ।यह एक सोचने का विषय बन चुका है लिहाजा अभी तक विधानसभा में कुछ ऐसा नहीं दिख रहा है जिससे यह कयास लगाया जा सके कि भाजपा की डूबती नाव कैसे बचाया जा सके।

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