देश के उत्तर प्रदेश राज्य में 300 करोड़ की ड्रग्स पकड़ी गई: कमिश्नर लक्ष्मी सिंह

ग्रेटर नोएडा: नोएडा की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है। कामयाबी यह है कि पुलिस ने सुखे नशे का कारोबार करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह ग्रेटर नोएडा में बकायदा ड्रग्स तैयार करने की फैक्ट्री चला रहा था।


गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट की स्वाट टीम और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए नारकोटिक्स डिपार्टमेंट के साथ पहली बार 300 करोड़ की ड्रग्स पकड़ी है। इसके साथ-साथ पुलिस ने 9 विदेशी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया है। जो ग्रेटर नोएडा के एक मकान में ड्रग्स की पूरी लैब चला रहे थे। इससे पहले दिल्ली और मुंबई पुलिस उत्तर प्रदेश में ड्रग्स पकड़ चुकी है। पहली बार यूपी पुलिस के हाथ ड्रग्स की इतनी बड़ी खेप लगी है। स्वाट टीम ने 9 विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर 300 करोड़ की ड्रग्स बरामद की है।
पुलिस के मुताबिक़ विदेशी नागरिकों से 46 किलो मैथाफीटामाइन (MDMA), मैथ ड्रग्स पकड़ी गई है। इसकी अन्तरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 200 करोड़ रुपये आंकी गई है। जो रॉ मेटेरियल और केमिकल्स बरामद किए गए हैं उनसे करीब 100 करोड़ रुपये की SYNTHETIC DRUG तैयार की जा सकती है। मैथाफीटामाइन, MDMA मैथ ड्रग्स, एक कार, और चार मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।उन्होंने बताया कि जिन विदेशी नागरिकों को ड्रग्स और उन्हें बनाने के केमिकल और उपकरणों के साथ गिरफ्तार किया गया है उनकी पहचान पहला ANUDUM EMMANUEL निवासी VILLAGE JAITPUR थाना SURAJPUR, GREATER NOIDA, मूल निवासी NIGERIA AFRICA, दूसरा AJOKU UBAKA निवासी VILLAGE JAITPUR, GREATER NOIDA मूल निवासी NIGERIA, तीसरा DAMIEL AZUH मूल निवासी NIGERIA AFRICA, चौथा DRAMEMOMD मूल निवासी SENEGAL AFRICA, पांचवा LEVI UZOCHUKW मूल निवासी DELTA-II GREATER NOIDA मूल निवासी NIGERIA AFRICA, छठां JACOB EMEFIELE मूल निवासी NIGERIA AFRICA, सातवां KOFIE मूल निवासी NIGERIA AFRICA, आठवां CHIDI IJIAGWA मूल निवासी NIGERIA AFRICA और नौवें आरोपी की पहचान AJOKU KLECHI मूल निवासी NIGERIA AFRICA के रूप में हुई है। ये सभी यहां सूरजपुर थाना क्षेत्र के गांव जैतपुर, ग्रेटर नोएडा में रहते थे।


आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि ephedrine को बाकी केमिकल्स के साथ बर्नर पर कुक किया जाता है। कुक करने के बाद मैथ को Acetone, Ethanol, Methanol के शाल्यूशन में एक्सट्रैक्ट करते हैं। एक्सट्रैक्शन के बाद मैथ को Methanol, Acetone के शाल्यूशन में फ्रीज कर देत थे। फ्रीज के बाद प्योर मैथ तैयार हो जाती थी। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि मैथ बनाने की बाकी प्रक्रिया की जानकारी विशेषज्ञों से भी पुलिस लेगी। उन्होंने बताया कि पकड़े ड्रग्स बनाने और उसकी तस्करी करने के आरोपी अफ्रीका के मूल के निवासी हैं। वे यहां दिल्ली एनसीआर में ड्रग्स सप्लाई सिंडीकेट चलाते हैं।पुलिस की इस कार्रवाई को उत्तर प्रदेश पुलिस की एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। पूरे प्रदेश के इतिहास में ड्रग्स की इतनी बड़ी खेप एक ही स्थान पर एक साथ पकड़ी गई है। बीटा-दो थाने में आयोजित प्रेसवार्ता में गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बताया कि सहायक पुलिस आयुक्त ग्रेटर नोएडा प्रथम, स्वाट टीम प्रभारी यतेंद्र कुमार, थाना बीटा—दो प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार, थानाध्यक्ष सुजीत कुमार उपाध्याय और टेक्निकल इंटेलीजेंस की टीम ने सिंथेटिक ड्रग्स के बड़े सिंडीकेट को पकड़ा।

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