लद्दाख बॉर्डर पर भारतीय फौज से भिड़े चीनी जवान, ये हुआ अंजाम

कश्मीर मुद्दे(Kashmir Issue) पर चीन(China) के अलावा पाकिस्तान(Pakistan) का साथ देने वाले देशों में किसी का नाम शामिल नहीं है। भारत-पाक के बीच तनाव के माहौल में चीन भी भारत(India) की तरफ आँख उठाने लगा है। बुधवार को लद्दाख बॉर्डर पर स्थित पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे के पास भारत और चीनी सैनिकों के बीच भिड़ंत हो गई। पेट्रोलिंग कर रहे भारतीय सैनिकों की मौजूदगी पर दिक्कत जताते हुए चीनी सैनिको ने इसका विरोध किया था।

लद्दाख(Laddakh) बॉर्डर पर स्थित पैंगोंग झील(Pangong Lake) के उत्तरी किनारे पर जब भारतीय सैनिक(Indian Army) पट्रोलिंग पर थे, तभी उनका सामना चीन के पीपल्स लिब्रेशन आर्मी के सैनिकों के साथ हो गया। चीनी सैनिकों ने भारतीय सेना के मौजूदगी का विरोध किया, जिसके बाद दोनों पक्षों में धक्का-मुक्की हुई।दोनों देशों की तरफ से इलाके में अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा दी गई। देर शाम तक दोनों में संघर्ष चलता रहा।दोनों देशों के बीच संघर्ष तब शांत हुआ जब दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। जानकारी के अनुसार भारतीय सैनिक भारतीय सीमा के ही अंदर थे जिस वजह से वे अडिग रहे। सेना ने बुधवार की घटना के बाद शिकायत दर्ज की है। दोनों सेनाओं के बीच इस टकराव की जगह के पास चुशुल-मोल्दो में सीमा कर्मियों की बैठक करने के लिए कहा गया है।

गौरतलब है कि हाल के वर्षों में दोनों देशों की सेनाओं के आमने-सामने और सीमा उल्लंघन की घटनाओं में कमी आई है। रक्षा मंत्रालय ने 2018-19 की अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि भारत-चीन सीमा पर स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है। हालांकि लद्दाख को केंद्रीय शासित प्रदेश बनाए जाने से चीन भी गुस्साया हुआ है। वह कश्मीर मुद्दे पर यूएन में पाकिस्तान का साथ दे चुका है। वहीँ गृह मंत्री अमित शाह यह साफ कर चुके हैं कि पीओके और अक्साई चिन(Aksai Chin) भी भारत का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि वे जब भी कश्मीर की बात करेंगे, तो उसमे पीओके और अक्साई चिन भी शामिल होंगे।

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