बनारस में बस इतनी सी बात के लिए बच्चे लगा रहे मौत की छलांग!

उत्तराखंड में भारी बारिश और बांधो के फाटक खुलने के बाद अब वाराणसी में गंगा का जलस्तर काफी घट गया है। गंगा का जलस्तर अब खतरे के निशान से तकरीबन 3 मीटर नीचे रह गया है। ऐसे में काशी के सभी 84 घाटों का सम्पर्क आपस मे पूरी तरह से टूट चुका है। इसके साथ ही गंगा की लहरें अब बिना किसी रुकावट के बह रही हैं जिसकी वजह से गंगा में पानी का बहाव भी अब पहले से काफी तेज हो गया है। हालाँकि इन सब से तटीय जनता को कोई फर्क नहीं पड़ा है। बल्कि कुछ के लिए तो गंगा की तेज़ी अब मौज-मस्ती और करतब का जरिया बन गयी है।

वाराणसी में गंगा के किनारे रहने वाले परिवारों के युवक और बच्चे खुलेआम गंगा की तेज धारा में करीब 40 से 45 फिट की ऊँचाई से मौत की छलांग लगा रहे है। और ये संख्या एक दो में नहीं बल्कि दर्जनों में हैं। इन करतब करने वालो के बारे में स्थानीय लोगों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि करतब करने वाले ज़्यादातर लोग आसपास के नाविकों के परिजन ही हैं। रोज़ यही सब करने की वजह से इनके मन में किसी प्रकार का कोई भय नही है बल्कि मना करने पर ये झगड़ा होने की संभावना होती है। वहीं स्थानीय किशोर और युवकों के लिए ये शर्त लगाने का नया बहाना बन गया है। वे बताते है कि यहां शर्त लगा कर ये मौत का स्टंट होता है जिसमे पैसा नही बल्कि घूमने और खाने को लेकर कई दोस्त आपस मे ये मौत की बाजी लगाते है। खुद स्टंट करने वाले एक नौजवान ने बताया कि वे रोज़ अपने दोस्तों के साथ यहाँ ‘स्टंट’ करने आते हैं। पूछने पर उन्होंने बताया कि उन्हें डर नही लगता। जब कोई आकर उन्हें मना करता है तो भाग जाते है और फिर कुछ देर बाद आसपास के युवको संग ये मौत का स्टंट गंगा में करते है।

आपको बता दें कि हाल ही में गंगा नदी पर बने कई बांधो के फाटकों को खोल दिया गया है। वहीं हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में पानी छोड़ देने की वजह से यमुनानगर में नदी का जलस्तर बढ़ गया है।

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