‘छांगुर बाबा’ की कोठी पर चला बुलडोजर, जाती के हिसाब से रेट लिस्ट थी तैयार.. ठाकुर युवती के धर्मांतरण पर..

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में अवैध धर्मांतरण रैकेट का संचालन करने वाले कुख्यात जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की अवैध कोठी पर प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया है। यह कार्रवाई जिला प्रशासन और पुलिस बल की निगरानी में मंगलवार सुबह शुरू की गई। बताया जा रहा है कि यह वही कोठी है, जहां से छांगुर बाबा अपने काले साम्राज्य का संचालन करता था।
कैसे थी जाति आधारित “धर्मांतरण रेट लिस्ट”?
बलरामपुर धर्मांतरण मामले में खुलासा हुआ है कि छांगुर बाबा और उसके गिरोह ने एक बाकायदा जाति आधारित धर्मांतरण रेट लिस्ट बना रखी थी। यूपी एटीएस की रिपोर्ट के अनुसार
- ब्राह्मण, ठाकुर और सिख लड़कियों के धर्मांतरण के लिए ₹15 से ₹16 लाख तक की दर तय थी।
- OBC वर्ग की लड़कियों के लिए यह राशि ₹10 से ₹12 लाख थी।
- अन्य सामान्य वर्ग की लड़कियों के धर्मांतरण के लिए ₹8 से ₹10 लाख की रकम ली जाती थी।
बताया जा रहा है कि ये रेट विदेशी फंडिंग और संगठित साजिश के तहत तय किए गए थे, ताकि धर्मांतरण अभियान को सुनियोजित तरीके से संचालित किया जा सके और गिरोह को अधिकतम आर्थिक लाभ मिल सके। एटीएस की जांच में यह भी सामने आया कि छांगुर बाबा के नेटवर्क ने ₹100 करोड़ से अधिक की फंडिंग जुटाई थी, जिसमें 40 से अधिक बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया। इस साजिश में प्रेमजाल, डराने-धमकाने, लालच और मानसिक दबाव जैसे हथकंडों का सहारा लेकर मासूम युवतियों को धर्म बदलने के लिए मजबूर किया जाता था।
अवैध तरीके से बनाई गई आलीशान कोठी
प्रशासनिक जांच में खुलासा हुआ कि छांगुर बाबा ने उतरौला थाना क्षेत्र के मधपुर गांव में गाटा संख्या 337/370 की जमीन पर अवैध रूप से आलीशान कोठी बनवा रखी थी। इस जमीन पर अतिक्रमण करके कोठी का निर्माण किया गया था, जो कि सरकारी भूमि थी। कोठी की कीमत लगभग 3 करोड़ रुपये बताई जा रही है और यह करीब 3 बीघा जमीन में फैली थी।
पहले चस्पा हुआ नोटिस, अब चला बुलडोजर
प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने के लिए पहले ही नोटिस जारी किया था और बेदखली के आदेश भी दिए गए थे। सोमवार को पैमाइश की कोशिश की गई थी, लेकिन छांगुर बाबा के परिजनों के विरोध के चलते यह मुमकिन नहीं हो सका। मंगलवार सुबह एसडीएम, सीओ, राजस्व विभाग व पुलिस बल की मौजूदगी में कोठी के मुख्य द्वार का ताला तोड़कर बुलडोजर कार्रवाई की गई।
कोठी में रहते थे छांगुर बाबा और उसका गिरोह
जानकारी के मुताबिक, इस कोठी में जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के साथ-साथ नवीन रोहरा और नीतू रोहरा (उर्फ नसरीन) भी रहते थे। यह कोठी छांगुर की नजदीकी नीतू उर्फ नसरीन के नाम पर बताई जा रही है। प्रशासनिक दस्तावेज़ों में यह स्पष्ट हुआ है कि यह निर्माण अवैध है और सरकारी भूमि पर किया गया है।
ATS ने लखनऊ से पकड़ा था धर्मांतरण गैंग का सरगना
गौरतलब है कि बीते शनिवार को यूपी एटीएस ने धर्मांतरण मामले में फरार चल रहे छांगुर बाबा और उसकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को लखनऊ के एक होटल से गिरफ्तार किया था। दोनों पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है। छांगुर बाबा पर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित था। गिरफ्तारी के बाद धर्मांतरण गिरोह के पूरे नेटवर्क की परतें खुलने लगी हैं।
मौके पर भारी पुलिस बल तैनात, माहौल तनावपूर्ण
बुलडोजर कार्रवाई के दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए बलरामपुर प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात किया। एसडीएम और सीओ स्तर के अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। प्रशासन की सख्ती से यह साफ संकेत है कि अवैध निर्माण और अवैध गतिविधियों में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।