देवव्रत बाबा की जिंदगी के किस्से…:11 करोड़ का तलाक, फिर यूपी के बाहूबली राजा भैया की बहन से शादी;

गाया था गाना- हम भी बड़े दिलवाले...

500 सालों के इतिहास में यह पहला मौका होगा जब खैरागढ़ राज परिवार के महल में दिवाली की खुशियां नहीं मनाई जाएंगी। राज परिवार के प्रमुख सदस्य और खैरागढ़ से विधायक देवव्रत सिंह का गुरुवार को हार्ट अटैक की वजह से निधन हो गया। अब खैरागढ़ पैलेस में गम का माहौल है। पूरे इलाके से लोग देवव्रत सिंह के अंतिम दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं।

देवव्रत सिंह खैरागढ़ के राजा भी थे।

देवव्रत सिंह खैरागढ़ इलाके में सियासत का सबसे अहम चेहरा रहे। लंबा वक्त कांग्रेस पार्टी में बिताने के बाद मौजूदा समय में वह जनता कांग्रेस के साथ अपने सियासी सफर में आगे बढ़ रहे थे। देवव्रत अपनी निजी जिंदगी को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते थे।

जानिए, उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ दिलचस्प पहलू…

आम लोगों से जुड़ाव सियासी कामयाबी की वजह बना।

शाही ठाठ-बाठ के साथ जीने वाले देवव्रत को खैरागढ़ के ग्रामीणों से भी काफी लगाव था। कई बार देखा गया कि अपने दौरे के बीच वो इलाके के लोगों का नाम पुकार उन्हें संबोधित करते थे, अक्सर ग्रामीणों के साथ बैठकर भोजन करते थे। देवव्रत सिंह को खैरागढ़ इलाके में लोग प्यार से देवव्रत बाबा कहते रहे हैं। अपनी सियासी जिंदगी में बड़ा फैसला लेते हुए साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव से पहले देवव्रत ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने सीधे इस्तीफा राहुल गांधी को भेजकर सभी को चौंका दिया था। इसके बाद उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की बनाई जनता पार्टी जॉइन की ओर से चुनाव भी जीता।

खैरागढ़ में इनका परिवार शाही महोत्सवों में जुदा अंदाज में नजर आता था।

छत्तीसगढ़ का सबसे महंगा तलाक
देवव्रत सिंह की पहली शादी पद्मा देवी सिंह से हुई थी। साल 2016 में देवव्रत सिंह और उनकी पत्नी के बीच आपसी विवाद बढ़ने की वजह से तलाक हो गया था। पत्नी से अलग होने के बाद देवव्रत को करीब 11 करोड़ का हर्जाना देना पड़ा। यह छत्तीसगढ़ का अब तक का सबसे महंगा तलाक माना जाता है। इस तलाक में चार करोड़ रुपए की लागत में दिल्ली में बना मकान भी उन्होंने अपनी पत्नी के नाम कर दिया था और लगभग साढे़ छह करोड़ रुपए उन्होंने बैंक के जरिए पद्मा देवी सिंह को दिए थे। देवव्रत की बेटी शताक्षी उन्हीं के साथ खैरागढ़ में रह रही थी।

पत्नी विभा और बेटी के साथ देवव्रत।

राजा भैया की बहन से शादी
यूपी के शाही परिवार से ताल्लुक रखने वाले बाहुबली नेता रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया और देवव्रत सिंह आपस में रिश्तेदार हैं। दरअसल देवव्रत सिंह ने अपनी दूसरी शादी राजा भैया की मौसेरी बहन विभा सिंह से की थी। मौजूदा वक्त में विभा पॉलिटिक्स में एक्टिव नहीं है, वह फैमिली के बिजनेस को संभालती हैं।
क्रिकेट देवव्रत को काफी पसंद था।

नेशनल लेवल के क्रिकेटर और गाने के थे शौकीन
बहुत कम लोग जानते हैं कि विधायक देवव्रत सिंह अपने वक्त में एक मशहूर क्रिकेट खिलाड़ी रह चुके हैं। उन्होंने क्रिकेट के नेशनल टूर्नामेंट में छत्तीसगढ़ राज्य का प्रतिनिधित्व करते हुए सीके नायडू ट्रॉफी में जीत भी हासिल की थी। वो अक्सर अपने सियासी दौरों के बीच गांव में बच्चों को क्रिकेट खेलता देख रुक जाते, खुद बल्ला थामकर चौके-छक्के लगाया करते थे। हाल ही में उन्होंने एक समारोह में जीवन के दिन छोटे सही हम भी मगर दिलवाले सॉन्ग बड़ी खूबसूरती से गाया था। देवव्रत म्यूजिक के शौकीन थे।
देवव्रत सिंह अजीत जोगी के करीबी थे।

ऑटोमोबाइल एक्सपर्ट भी थे
एमकॉम और डीएमएम की पढ़ाई के बाद जापान जाकर देवव्रत सिंह ने होंडा कंपनी में फोर स्ट्रोक इंजन टेक्नोलॉजी में ट्रेनिंग भी ली थी। खेती के अलावा मोटरसाइकिल डीलरशिप का व्यवसाय भी देवव्रत सिंह का परिवार संभालता है। खैरागढ़ के कमल विलास पैलेस में रहने वाला परिवार इलाके के सबसे रसूखदार है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह भी देवव्रत सिंह के पारिवारिक रिश्तेदार हैं। देवव्रत सिंह ने अपने करियर की शुरुआत बतौर पत्रकार की थी उन्होंने एमपी क्रॉनिकल और राष्ट्रीय सहारा जैसी न्यूज़ एजेंसी में काम भी किया था।

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