CCTV: “रोज-रोज का ड्रामा.. उड़ा दो इन्हे”.. और तस्करों ने पुलिसकर्मी को कुचल कर मार डाला, 1 का एनकाउंटर..

उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में एक बार फिर पशु तस्करी का खूनी चेहरा सामने आया है। शनिवार रात चंदवक थाना क्षेत्र के खुज्जी मोड़ पर गो-तस्करों ने पिकअप से हेड कांस्टेबल दुर्गेश सिंह को कुचलकर निर्मम तरीके से मार डाला। इस हमले के बाद पुलिस ने 24 किमी तक पीछा कर तस्करों को सतमेसरा गांव में घेर लिया। जवाबी मुठभेड़ में एक तस्कर की मौत हो गई, जबकि दो घायल हो गए।

जानबूझकर कुचला गया सिपाही

प्राप्त जानकारी के अनुसार, शनिवार रात करीब 11:40 बजे आजमगढ़-वाराणसी मार्ग स्थित खुज्जी मोड़ पर पुलिस ने गो-तस्करों की घेराबंदी की थी। तभी तेज रफ्तार में एक पिकअप आता दिखाई दिया, जिसे रोकने की कोशिश की गई। लेकिन चालक ने बैरिकेडिंग तोड़ दी और पुलिसकर्मियों को गाली देते हुए गाड़ी दुबारा मोड़कर हेड कांस्टेबल दुर्गेश सिंह को रौंद डाला। पुलिस के एफआईआर में दर्ज बयान के अनुसार तस्करों ने कहा — “पुलिस वालों का रोज-रोज का ड्रामा हो गया है, इन पर गाड़ी चढ़ाकर मार डालो, तभी सुधरेंगे।”

24 किमी तक पीछा, फिर मुठभेड़ में जवाब

घटना के बाद जिले के 15 थानों की पुलिस एक्शन में आ गई और करीब 24 किलोमीटर तक पीछा कर सतमेसरा गांव में घेराबंदी की। पुलिस की जवाबी फायरिंग में तस्कर सलमान (निवासी मुथरापुर कोठवा, थाना जलालपुर) की सीने में गोली लगने से मौत हो गई। अन्य दो तस्कर नरेंद्र यादव (निवासी रमना चौबेपुर, वाराणसी) और गोलू (निवासी टड़िया, थाना अलीनगर, चंदौली) पैर में गोली लगने से घायल हो गए। दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

शहीद सिपाही के गांव में मातम, मां और पत्नी बदहवास

शहीद हेड कांस्टेबल दुर्गेश सिंह चंदौली जिले के सकलडीहा थाना क्षेत्र के उकनी गांव के रहने वाले थे। उनका पार्थिव शरीर जब गांव पहुंचा, तो पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। पत्नी बेहोश हो गईं और मां का रो-रोकर बुरा हाल था। बार-बार यही सवाल पूछ रही थीं, “क्या मेरा लाल अब कभी नहीं लौटेगा?”

कई बार पकड़ में आए तस्कर, कार्रवाई शून्य

पशु तस्करों की सक्रियता को लेकर पुलिस अब हरकत में है। केराकत सर्किल में अब तक 59 पशु तस्कर चिन्हित किए गए हैं। इनमें से केराकत थाने में 27, जलालपुर में 16, गौराबादशाहपुर में 7 और चंदवक में 9 तस्कर चिन्हित हैं। लेकिन कार्रवाई के नाम पर आंकड़े निराशाजनक हैं — केराकत में अब तक किसी पर भी कार्रवाई नहीं हुई, जलालपुर में 5 को जेल भेजा गया, गौराबादशाहपुर में सिर्फ 4 पर और चंदवक में सिर्फ एक को गिरफ्तार किया गया।

मुकदमे में तस्करी की धारा शामिल नहीं

इस गंभीर घटना में भी, शुरुआती एफआईआर में पशु तस्करी की धारा नहीं जोड़ी गई है। इस पर सवाल उठाते हुए सीओ अजीत रजक ने कहा कि विवेचना के दौरान धाराएं बढ़ाई जाएंगी और पशु तस्करी की धाराएं भी शामिल की जाएंगी।

एसआई प्रतिमा सिंह समेत चार पुलिसकर्मी भी चपेट में आए

घटना की भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यही तस्कर पहले जलालपुर में एसआई प्रतिमा सिंह समेत चार पुलिसकर्मियों को भी कुचल चुके हैं। सभी पुलिसकर्मियों का इलाज चल रहा है और उनकी स्थिति अभी स्थिर बताई जा रही है।

 

 

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