हिमाचल प्रदेश में क्यों है कांग्रेस को ‘ऑपरेशन लोटस ‘ का डर!

सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस आलाकमान ने ‘ऑपरेशन लोटस’ के डर से पार्टी के संभावित विधायकों को राजस्थान के रिसॉर्ट में भेजने की तैयारी कर ली है.

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव (Himachal Election Results 2022) के नतीजों में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है. दोनों की पार्टियां बहुमत के आंकड़े के आसपास सिमटती दिखाई के रही हैं. चुनाव परिणामों के बीच ही कांग्रेस आलाकमान को अपने विधायकों की खरीद फरोख्त का डर सताने लगा है. कांग्रेस को आशंका है कि उसके विधायकों को बीजेपी तोड़ सकती है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस आलाकमान ने ‘ऑपरेशन लोटस’ के डर से पार्टी के संभावित विधायकों को राजस्थान के रिसॉर्ट में भेजने की तैयारी कर ली है. इसका जिम्मा छत्तीसगढ़ से सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) और वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को इसका जिम्मा सौंपा है.

 

क्या कह रहे हिमाचल के रुझान हिमाचल प्रदेश में 1985 के बाद से हर साल सत्ता बदल रही है. यहां एक किसी भी पार्टी की सरकार ने सत्ता में वापसी नहीं की है. इस बार रुझानों में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है. हिमाचल प्रदेश की 68 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी को 33 और कांग्रेस को 31 सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं. हालांकि यह आंकड़ा लगातार बदल रहा है. दोनों पार्टियों के बीच कांटे की टक्कर है 2017 के चुनाव में कुल 68 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 44 सीट पर जीत दर्ज की थी. जबकि कांग्रेस के खाते में सिर्फ 21 गई थीं.एक सीट पर CPI-M और दो सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे. एग्जिट पोल्स में कांटे की टक्कर सामने आने के बाद बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही सतर्क हैं

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