BJP विधायक ने की 13 वर्षीय बच्ची से अश्लील हरकत? भाजपा महिला नेता ने ही लगाया आरोप, कहा – “मेरे पास वीडियो”

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की अंदरूनी राजनीति एक बड़े आरोप के बाद उथल-पुथल में आ गई है। पार्टी से निष्कासित महिला नेता कोमल गुर्जर ने सहारनपुर के गंगोह विधानसभा क्षेत्र से विधायक किरत सिंह गुर्जर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने एक नाबालिग लड़की के साथ ‘घिनौनी हरकत’ की है। कोमल ने दावा किया है कि इस घटनाक्रम का वीडियो उनके पास मौजूद है। मामला अब न सिर्फ सियासी बल्कि कानूनी मोड़ भी ले चुका है।

कोमल गुर्जर का बड़ा आरोप: “मेरे पास वीडियो है”

भाजपा से निष्कासित महिला नेता कोमल गुर्जर ने आरोप लगाया कि विधायक किरत सिंह ने एक 13 साल की बच्ची के साथ अश्लील हरकत की। उन्होंने दावा किया कि इस घटना का वीडियो उनके पास है, जिसे उन्होंने तीन अलग-अलग सुरक्षित स्थानों पर रखा है ताकि सबूत सुरक्षित रहें। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि विधायक के दबाव में पुलिस ने उनके मोबाइल फोन ज़ब्त कर लिए।

महापंचायत करने की कोशिश, पुलिस ने रोका

कोमल गुर्जर ने शुक्रवार को सहारनपुर में एक महापंचायत का आयोजन करने की कोशिश की, ताकि जनता के सामने विधायक की करतूत उजागर कर सकें। लेकिन इससे पहले ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और पंचायत को रद्द करवा दिया। पुलिस ने कोमल को जबरन बीजेपी कार्यालय भेज दिया, जिससे नाराज समर्थकों ने विरोध जताया।

विधायक पर परिवार उत्पीड़न और धमकी देने का भी आरोप

इस महापंचायत में कोमल ने सिर्फ यौन शोषण का ही नहीं, बल्कि परिवार के खिलाफ उत्पीड़न, धमकी और झूठे मुकदमे दर्ज कराने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विधायक अपनी राजनीतिक ताकत का दुरुपयोग कर रहे हैं और महिलाओं की आवाज दबा रहे हैं।

बीजेपी ने की कार्रवाई, कोमल को पार्टी से निकाला

कोमल द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद बीजेपी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया। पार्टी ने अपने बयान में कहा कि कोमल पार्टी की गरिमा को नुकसान पहुंचा रही थीं, लेकिन कोमल का दावा है कि उन्हें सच उजागर करने की सजा मिली है।

क्या बोले विधायक किरत सिंह?

इस पूरे मामले में विधायक किरत सिंह गुर्जर का अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि, उनके करीबी समर्थकों ने इसे ‘राजनीतिक साजिश’ बताया है और कहा है कि कोमल गुर्जर केवल व्यक्तिगत नाराजगी के कारण ऐसा कर रही हैं।

पुलिस और प्रशासन की चुप्पी पर सवाल

इस गंभीर आरोप के बाद अब सवाल उठ रहा है कि पुलिस वीडियो फुटेज की जांच करेगी या नहीं? क्या विधायक पर जांच के लिए FIR दर्ज की जाएगी? अब तक पुलिस ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, जिससे प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं।

भाजपा में महिला नेताओं की स्थिति पर बहस

इस मामले ने एक बार फिर भाजपा में महिला नेताओं की स्थिति को लेकर बहस छेड़ दी है। पहले भी कई मामलों में महिला नेताओं को पार्टी में उचित संरक्षण न मिलने की शिकायतें उठ चुकी हैं। कोमल गुर्जर का यह मामला बताता है कि जब महिला नेता ही सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता क्या उम्मीद करे?

पार्टी की साख पर बड़ा सवाल

यह मामला न केवल भाजपा के विधायक की छवि को धूमिल करता है, बल्कि पार्टी के भीतर महिला नेताओं की स्थिति, आंतरिक लोकतंत्र और कानून व्यवस्था को भी कठघरे में खड़ा करता है। यदि आरोप सच हैं, तो विधायक के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। और यदि झूठ हैं, तो भी निष्पक्ष जांच जरूरी है ताकि सच सामने आ सके।

Related Articles

Back to top button