अपनी ही सरकार में बेबस BJP महिला नेता: थाने में रोते हुए कहा- “बदमाशों ने पीटा और..”, फिर दे डाली चेतावनी !

उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जिले में भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष रिंकल सिंह सोमवार को महरुआ थाने के बाहर फूट-फूटकर रो पड़ीं। उन्होंने अपने और अपने पति पर हमले के बाद न्याय की मांग करते हुए धरना दिया। रिंकल सिंह का आरोप है कि गांव के कुछ दबंग युवकों ने उनके घर में घुसकर मारपीट की और पिस्टल दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। पुलिस और पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि अगर न्याय नहीं मिला तो वे आत्महत्या तक कर सकती हैं।

घर में घुसकर की गई पिटाई, जान से मारने की धमकी

रिंकल सिंह ने बताया कि 22 जून को उनके गांव जैतूपुर में तीन युवकों, दीपक सिंह, अवनीश सिंह और राजन सिंह, ने गांव के सरकारी तालाब से बारिश का पानी दूसरे तालाब में जाने वाले रास्ते पर अवैध रूप से बांध बना दिया। इसको लेकर गांव वालों की शिकायत पर वह अपने पति संजय सिंह के साथ मौके पर पहुंचीं और बांध बनाने से मना किया। आरोप है कि वहां उनके साथ गाली-गलौज हुई और कुछ देर बाद मामला शांत हो गया। लेकिन इसके करीब आधे घंटे बाद तीनों आरोपी उनके घर में घुस गए और पति-पत्नी को बुरी तरह पीटा। आरोपियों ने पिस्टल निकालकर जान से मारने की धमकी भी दी।

पुलिस पर कार्रवाई न करने और रिश्वत का आरोप

रिंकल सिंह ने आरोप लगाया कि मामले की शिकायत के बावजूद 24 घंटे बीत जाने पर भी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपियों को पकड़ने के बजाय पल्सर बाइक से भगा दिया। आरोप लगाया गया कि पुलिस ने मोटी रकम लेकर आरोपियों को फरार करा दिया। रिंकल सिंह का कहना है कि उनके पास पूरे घटनाक्रम का वीडियो सबूत है, जिसे उन्होंने पार्टी, प्रशासन और सरकार तक भेज दिया है।

थाने के बाहर धरना, रो-रोकर सुनाई आपबीती

सोमवार 24 जून को सुबह 10 बजे रिंकल सिंह महरुआ थाने पहुंचीं और थाने के बाहर बैठकर धरने पर बैठ गईं। वहां वो फूट-फूटकर रोईं और कहा, “मेरे परिवार के साथ घर में घुसकर मारपीट की गई। मैं ये बर्दाश्त नहीं करूंगी। मुझ पर दलाली के आरोप लगाए जा रहे हैं। अगर मैं गलत हूं तो मुझे पद मुक्त किया जाए।” उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी का जिलाध्यक्ष आरोपियों के साथ मिला हुआ है, जिसकी वजह से उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई कि उन्हें न्याय दिलाया जाए।

राजनीतिक नेताओं का पहुंचना, कार्रवाई का आश्वासन

रिंकल सिंह के धरने की जानकारी मिलने पर भाजपा के कई स्थानीय नेता महरुआ थाने पहुंचे। कटेहरी से विधायक धर्मराज निषाद और किछौछा नगर पंचायत के अध्यक्ष ओमकार गुप्ता भी थाने पहुंचे और पीड़िता की बात सुनी। महिला जिलाध्यक्ष के पति और गांव के पूर्व प्रधान संजय सिंह ने रो-रोकर अपनी आपबीती सुनाई।

जिलाध्यक्ष ने दी चेतावनी, कहा- “न्याय नहीं मिला तो जान दे दूंगी”

रिंकल सिंह ने कड़े शब्दों में कहा, “अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं इसी थाने में अपनी जान दे दूंगी। सरकार की छवि बचाने के लिए मैं अपने परिवार का बलिदान नहीं दे सकती।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी और स्थानीय नेता भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं।

पुलिस का बयान: मामला दर्ज, कार्रवाई जारी

इस पूरे मामले में अंबेडकरनगर के एसपी केशव कुमार ने जानकारी दी कि जिलाध्यक्ष की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया है और आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है। हालांकि, अब तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

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